क्या दिल्ली विधानसभा में 'ऑपरेशन सिंदूर' और 'ऑपरेशन महादेव' पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान हंगामा हुआ?

सारांश
Key Takeaways
- दिल्ली विधानसभा में 'ऑपरेशन सिंदूर' और 'ऑपरेशन महादेव' पर चर्चा हुई।
- विपक्ष ने डोनाल्ड ट्रंप के सीजफायर दावों का मुद्दा उठाया।
- सदन में नारेबाजी और हंगामा देखने को मिला।
- सत्र 4 से 8 अगस्त तक चलेगा।
- शिक्षा से जुड़ा नया बिल लाया जाएगा।
नई दिल्ली, 4 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली विधानसभा का मानसून सत्र सोमवार से शुरू हो चुका है। 'ऑपरेशन सिंदूर' और 'ऑपरेशन महादेव' पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान *विपक्ष* ने जोरदार हंगामा किया। इस दौरान, विपक्ष ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सीजफायर दावों का मुद्दा उठाया, जिसने सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक को जन्म दिया।
वास्तव में, जैसे ही धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा प्रारंभ हुई, विपक्ष ने ट्रंप के बयान का उल्लेख किया, जिसमें उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर की बात की थी।
चर्चा के दौरान कैबिनेट मंत्री कपिल मिश्रा ने विपक्ष की मंशा पर सवाल उठाए और सदन में नारेबाजी शुरू कर दी।
इन नारों के चलते सदन में हंगामा और बढ़ गया। विपक्षी सदस्यों ने कपिल मिश्रा के बयानों को आपत्तिजनक मानते हुए स्पीकर से कार्रवाई की मांग की।
विपक्ष के हंगामे और कपिल मिश्रा के नारों के जवाब में स्पीकर ने दोनों पक्षों से शांति बनाए रखने की अपील की, लेकिन तनावपूर्ण माहौल के कारण चर्चा बार-बार बाधित होती रही।
इस बात की जानकारी दे दें कि दिल्ली विधानसभा का मानसून सत्र सोमवार से प्रारंभ होकर 8 अगस्त तक चलेगा। इस सत्र में शिक्षा बिल, भ्रष्टाचार के आरोपों और 'ऑपरेशन सिंदूर' पर चर्चा के साथ कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार होगा। भाजपा और आम आदमी पार्टी (आप) के विधायकों ने इस सत्र की शुरुआत पर अपनी-अपनी बात रखी, जिसमें सरकार के फैसलों की प्रशंसा और आलोचना दोनों शामिल थीं।
राष्ट्रीय राजधानी में यह विधानसभा सत्र 4 अगस्त से शुरू होकर 8 अगस्त तक चलेगा। इस बार के सत्र में शिक्षा से संबंधित एक नया बिल पेश किया जाएगा।
विधानसभा स्पीकर विजेंद्र गुप्ता द्वारा निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, विधानसभा की कार्यवाही 4 अगस्त से 8 अगस्त तक चलेगी। हालांकि, आवश्यकता पड़ने पर सत्र की अवधि को बढ़ाया जा सकता है।