क्या सीएम फडणवीस ने राहुल गांधी पर निशाना साधा, कहा- देश के खिलाफ बयानबाजी न करें?

सारांश
Key Takeaways
- सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गांधी के बयान की निंदा की।
- सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि नेताओं को अफवाहें नहीं फैलानी चाहिए।
- राहुल गांधी को अपने बयानों पर पुनर्विचार करने की सलाह दी गई।
मुंबई, 4 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। सुप्रीम कोर्ट ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के 'चीन द्वारा भारत की जमीन पर कब्जा' संबंधी बयान पर तीखी टिप्पणी की। कोर्ट ने स्पष्ट किया कि यदि राहुल गांधी सच्चे भारतीय होते, तो ऐसा बयान नहीं देते। इस बीच, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी का समर्थन करते हुए राहुल गांधी पर देश के हितों के खिलाफ बयानबाजी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि राहुल को देश के हितों के खिलाफ बोलने से बचना चाहिए।
सीएम देवेंद्र फडणवीस ने सोमवार को मीडिया से बातचीत में कहा, "मैं सुप्रीम कोर्ट का आभार व्यक्त करता हूं, क्योंकि उच्च पदों पर बैठे लोगों को अफवाहें नहीं फैलानी चाहिए और न ही देश के हितों के खिलाफ बोलना चाहिए। हमने देखा है कि कैसे राहुल गांधी ने बिना किसी प्रमाण के बार-बार कहा है कि चीन ने भारतीय क्षेत्र पर कब्जा कर लिया है। इस तरह के बयान हमारे सैनिकों के मनोबल को प्रभावित करते हैं, जो सीमाओं पर माइनस 40 डिग्री तापमान में लड़ रहे हैं। वे जानते हैं कि उन्होंने देश की जमीन की रक्षा की है। इसके बावजूद, देश के एक वरिष्ठ नेता इस तरह के झूठे बयान देते हैं।"
फडणवीस ने आगे कहा, "जिस भाषा में चीन या पाकिस्तान बोलता है, उसी भाषा में राहुल गांधी भी लगातार बोलते हैं। यह बहुत गलत है, जो देशहित के खिलाफ है। वह एक बड़ी पार्टी के नेता हैं और इस कारण पूरी दुनिया में हमारे देश की बदनामी होती है। मुझे लगता है कि अब वह आगे से अपना रवैया बदलेंगे।"
मुंबई के कबूतरखाने के मुद्दे पर मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा, "कबूतरखाने बंद करने का निर्णय कोर्ट का है, न कि सरकार का। फिर भी जनभावनाओं को ध्यान में रखते हुए इस मुद्दे पर विचार-विमर्श के लिए सोमवार को प्रमुख लोगों के साथ बैठक बुलाई गई है। इस दौरान कोर्ट के फैसले और जनभावनाओं के बीच संतुलन बनाने का प्रयास किया जाएगा। साथ ही, नंदिनी हथनी के मुद्दे पर भी चर्चा होगी।"
जितेंद्र आव्हाड के सनातन धर्म और हिंदुत्व पर दिए बयान पर फडणवीस ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, "आव्हाड को न सनातन की समझ है, न हिंदुत्व की। वे केवल वोटों की राजनीति के लिए बयानबाजी करते हैं। उनके बयानों का जवाब देना मैं उचित नहीं समझता।"