क्या कर्नाटक कांग्रेस अंतर्कलह पर डीके शिवकुमार का बयान महत्वपूर्ण है?
सारांश
Key Takeaways
- सिद्धारमैया की वरिष्ठता का सम्मान करना आवश्यक है।
- कांग्रेस में कोई भ्रम नहीं है।
- विधान परिषद के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की प्रक्रिया शुरू।
- बेंगलुरु में 369 वार्डों की सूची जारी।
बेंगलुरु, 21 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। कर्नाटक कांग्रेस और सरकार के बीच चल रही अंतर्कलह पर उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने शुक्रवार को एक महत्वपूर्ण बयान दिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सिद्धारमैया एक अनुभवी नेता हैं और जो भी बातें करते हैं, उन्हें पार्टी के कनिष्ठ सदस्यों को सम्मान और विनम्रता से सुनना चाहिए।
शिवकुमार ने कहा कि हमने कभी नहीं कहा कि मुख्यमंत्री पांच वर्षों तक नहीं रहेंगे। सिद्धारमैया ने स्वयं कहा है कि वह इस पद पर बने रहेंगे। जब वरिष्ठ नेता बोलते हैं, तो हमें उन्हें सम्मानपूर्वक सुनना चाहिए।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि किसी ने मुख्यमंत्री की शक्तियों पर सवाल नहीं उठाया और बताया कि मंत्रिमंडल में फेरबदल का मुद्दा उन्होंने ही उठाया था।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात के बारे में शिवकुमार ने कहा कि हमें अनावश्यक अटकलें नहीं लगानी चाहिए। यदि कांग्रेस पार्टी को वरिष्ठ नेताओं की सलाह की आवश्यकता होगी, तो वह उनसे मिलेंगे।
उन्होंने कहा कि मल्लिकार्जुन खड़गे हमारे नेता हैं और उनका सम्मान करना हमारा कर्तव्य है।
कर्नाटक सरकार और कांग्रेस में भ्रम की स्थिति पर शिवकुमार ने कहा कि कोई भ्रम नहीं है; यह केवल मीडिया के लिए है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री और उनके बीच कोई भ्रम नहीं है, और सिद्धारमैया ने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के नेतृत्व के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की है।
उन्होंने यह भी बताया कि विधान परिषद स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
शिवकुमार ने कहा कि कांग्रेस ने बेंगलुरु में 369 वार्डों की सूची जारी की है और उन्होंने शुक्रवार को बेंगलुरु केंद्रीय कारागार का दौरा किया, जहाँ उन्होंने अपने विधायकों से मुलाकात की।