क्या डीएमके ने टीवीके नेता आधव अर्जुन के बयान पर उठाए प्रश्न?

सारांश
Key Takeaways
- डीएमके ने टीवीके के आरोपों को खारिज किया।
- भगदड़ में 41 लोगों की जान गई।
- राहुल गांधी ने नेताओं से बात की।
- राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप सामान्य हैं।
- टीवीके को अपनी लापरवाही स्वीकार करनी चाहिए।
चेन्नई, 29 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। तमिलनाडु के करूर में अभिनेता-राजनेता विजय की रैली में हुई भगदड़ के चलते राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप की बाढ़ आ गई है। द्रविड़ मुनेत्र कढ़गम (डीएमके) के प्रवक्ता सरवनन अन्नादुरई ने टीवीके नेता आधव अर्जुन के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि ऐसे गैर-जिम्मेदाराना आरोप लंबे समय तक नहीं टिकेंगे।
सरवनन अन्नादुरई ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में टीवीके नेता आधव अर्जुन के आरोपों को ‘बेबुनियाद’ और ‘जिम्मेदारी से भागने की कोशिश’ करार दिया। उन्होंने यह भी कहा कि टीवीके तमिलनाडु के लोगों के गुस्से से भयभीत है।
उन्होंने कहा, "वे (टीवीके) समझते हैं कि डीएमके पर षड्यंत्र का आरोप लगाकर अपनी जिम्मेदारियों से बच सकते हैं। तमिलनाडु में अनगिनत रैलियां हुई हैं, लेकिन ऐसी लापरवाही कभी नहीं हुई। इस प्रकार के गैर-जिम्मेदाराना आरोप पुलिस या डीएमके के खिलाफ टिकने वाले नहीं हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "वे (टीवीके) तमिलनाडु के लोगों के गुस्से से डर रहे हैं। इसलिए वे बेबुनियाद आरोप लगाकर अपने मनोबल को बढ़ाना चाहते हैं, लेकिन यह राजनीति में काम नहीं करेगा। टीवीके को अपनी लापरवाही स्वीकार करनी चाहिए।"
ज्ञात हो कि तमिलगा वेत्री कझगम (टीवीके) की चुनावी रैली में हुई भगदड़ में अब तक 41 लोगों की जान जा चुकी है। वेलुसामीपुरम निवासी एक महिला की रविवार रात को मृत्यु हुई, जिससे मृतकों की संख्या बढ़कर 41 हो गई।
रैली के बाद महिला लापता हो गई थीं। बाद में उनके रिश्तेदारों को पता चला कि उन्हें करूर सरकारी अस्पताल की गहन चिकित्सा इकाई में भर्ती कराया गया था, लेकिन इलाज के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका।
इस बीच, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने तमिलनाडु के करूर में भगदड़ की घटना के बाद मुख्यमंत्री एमके स्टालिन और टीवीके पार्टी के अध्यक्ष विजय से फोन पर बात की है। सूत्रों ने यह जानकारी दी।