क्या डूसू चुनाव में छात्रों के मुद्दे हैं प्रमुख? एनएसयूआई उम्मीदवार जोसलीन नंदिता चौधरी का बयान

सारांश
Key Takeaways
- डूसू चुनाव में छात्रों के मुद्दों की बात हो रही है।
- एनएसयूआई और एबीवीपी के बीच मुख्य प्रतिस्पर्धा है।
- मतदान का कार्य सुबह साढ़े आठ बजे से शुरू हुआ।
- छात्रों ने अपनी समस्याओं पर ध्यान केंद्रित किया है।
- सोशल मीडिया ने चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
नई दिल्ली, 18 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) चुनाव के लिए मतदान का कार्य चल रहा है। इस दौरान, नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) की अध्यक्ष पद की उम्मीदवार जोसलीन नंदिता चौधरी ने रामजस कॉलेज में मतदान की स्थिति का अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि आज दिल्ली विश्वविद्यालय में छात्र संघ चुनाव हो रहे हैं और हम छात्रों के मुद्दों को लेकर सक्रिय हैं।
जोसलीन नंदिता चौधरी ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "इस बार के डूसू चुनाव का मुख्य मुद्दा मेंस्ट्रुअल लीव और हॉस्टल की समस्याएँ हैं। हम छात्रों के लिए एक सुरक्षित परिसर चाहते हैं। मुझे यकीन है कि इस बार का चुनाव वास्तविक मुद्दों से जुड़ा हुआ है, और सोशल मीडिया ने भी इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।"
जोसलीन नंदिता के भाई एमएल चौधरी ने अपनी बहन की जीत का भरोसा जताया। उन्होंने कहा, "मुझे विश्वास है कि इस बार एनएसयूआई सभी चार सीटों पर जीत हासिल करेगी। पिछली बार रौनक खत्री ने सभी मुद्दों को मजबूती से उठाया था और इस बार भी एनएसयूआई मजबूत स्थिति में है।"
डूसू चुनाव पर चर्चा करते हुए एक छात्र ने कहा, "मैंने छात्रों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए अपना वोट डाला है। इस बार का मुकाबला काफी रोमांचक है और मुझे लगता है कि एबीवीपी जीत हासिल करेगी।"
एक अन्य छात्र ने कहा, "दिल्ली विश्वविद्यालय में लाइब्रेरी और कैंटीन एक बड़ा मुद्दा हैं। मुझे विश्वास है कि एबीवीपी के उम्मीदवार आर्यन मान डूसू चुनाव में जीतेंगे।"
दिल्ली विश्वविद्यालय के 50 से अधिक कॉलेजों के छात्र गुरुवार को मतदान कर रहे हैं। पहली पाली का मतदान सुबह साढ़े आठ बजे शुरू हुआ। इन कॉलेजों के छात्र दोपहर में दूसरी पाली में भी अपना मतदान कर सकेंगे। मतदान का कार्य शाम 7.30 बजे तक जारी रहेगा।
दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव में मुख्य मुकाबला कांग्रेस समर्थित एनएसयूआई और भाजपा समर्थित एबीवीपी के बीच है। हालांकि, इन चुनावों में आम आदमी पार्टी समर्थक छात्र संगठन और लेफ्ट समर्थित छात्र संगठनों की भी उपस्थिति है। छात्र संघ चुनाव के लिए करीब 52 कॉलेजों में विभिन्न मतदान केंद्र बनाए गए हैं। दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव में विश्वविद्यालय के सभी कॉलेजों और विभागों के छात्र अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकते हैं।