क्या डूसू चुनाव में एबीवीपी की जीत ने भारतीय युवाओं की लोकतांत्रिक भावना को उजागर किया?

सारांश
Key Takeaways
- डूसू चुनाव में एबीवीपी ने 4 में से 3 पद जीते।
- भारतीय युवा पूरी तरह से लोकतांत्रिक हैं।
- आशीष चौहान ने छात्रसंघ चुनाव की मांग की।
- आर्यन मान ने जीत को गांव और छात्रों को समर्पित किया।
- युवाओं ने हिंसा का समर्थन नहीं किया।
नई दिल्ली, 20 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) की जीत के बाद, राष्ट्रीय संगठन महामंत्री आशीष चौहान ने महत्वपूर्ण बयान दिया है। उन्होंने कहा कि ये चुनाव इस बात का प्रमाण हैं कि देश के विभिन्न परिसरों में भारतीय युवा भारत के प्रति विरोधी नहीं हैं।
महामंत्री आशीष चौहान ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनावों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि देशभर के परिसरों में युवा भारत विरोधी नहीं हैं। वे राष्ट्र को तोड़ने वाली ताकतों का समर्थन नहीं करते और न ही किसी भी प्रकार की हिंसा को सही ठहराते हैं। भारत के युवा पूरी तरह से लोकतांत्रिक हैं और रचनात्मक सक्रियता में विश्वास रखते हैं। आने वाले समय में ये युवा 'विकसित भारत' के लिए और बेहतर करेंगे।"
उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय और जेएनयू की तरह तमिलनाडु के विद्यालयों में भी छात्रसंघ चुनाव की मांग की। आशीष चौहान ने कहा, "तमिलनाडु सरकार से निवेदन है कि वह भारत की डेमोक्रेटिक कल्चर पर ध्यान दे।"
गौरतलब है कि डूसू चुनाव में एबीवीपी ने परचम लहराते हुए 4 में से 3 पदों पर जीत हासिल की। इस चुनाव में एबीवीपी के आर्यन मान ने अध्यक्ष पद जीता, कुणाल चौधरी ने सचिव पद जीता और दीपिका झा संयुक्त सचिव चुनी गईं।
डूसू चुनाव में जीत के बाद आर्यन मान शनिवार को अपने गृहनगर बहादुरगढ़ पहुंचे। आर्यन ने कुलदेवता बाबा हरिदास मंदिर में माथा टेककर आशीर्वाद लिया। उन्होंने बताया कि चुनाव प्रचार की शुरुआत भी कुलदेवता के आशीर्वाद से की थी। इसके बाद उन्होंने अपने गांव के मंदिर में भी शीश झुकाकर आशीर्वाद प्राप्त किया।
आर्यन ने अपनी जीत को अपने गांव, देहात और सभी छात्रों को समर्पित किया। उन्होंने कहा, "मैं हर खाप और उन सभी स्थानों पर धन्यवाद देने जाऊंगा, जिन्होंने मेरा साथ दिया।"
उन्होंने अपने माता-पिता, भाई-बहनों और हरियाणा के हर वर्ग व समाज के सहयोग को अपनी जीत का आधार बताया।