क्या ईडी ने शिकोहपुर लैंड डील मामले में रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की?

सारांश
Key Takeaways
- ईडी द्वारा चार्जशीट दाखिल की गई है।
- रॉबर्ट वाड्रा पर धोखाधड़ी का आरोप है।
- पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा भी इस मामले में शामिल हैं।
- कंपनी की वित्तीय अनियमितताएँ हो रही हैं।
- यह मामला 2018 से संबंधित है।
नई दिल्ली, 17 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने हरियाणा के शिकोहपुर लैंड डील मामले में कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा के पति और व्यवसायी रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ चार्जशीट पेश की है। आरोप है कि वाड्रा की कंपनी स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी ने अन्य व्यक्तियों के साथ मिलकर धोखाधड़ी की।
जानकारी के अनुसार, ईडी ने इस मामले में वाड्रा समेत 11 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है।
इस घटना का संबंध वर्ष 2018 से है। सुरेंद्र शर्मा नामक व्यक्ति की शिकायत पर 1 सितंबर 2018 को गुरुग्राम के खेरकी दौला थाने में मामला दर्ज किया गया था।
शिकायतकर्ता का आरोप है कि वाड्रा की कंपनी ने फरवरी 2008 में गुड़गांव के शिकोहपुर में 3.5 एकड़ जमीन 7.5 करोड़ रुपए में ओंकारेश्वर प्रॉपर्टीज से खरीदी थी। इसके बाद, कंपनी ने कमर्शियल लाइसेंस प्राप्त करने के बाद उसी प्रॉपर्टी को डीएलएफ को 58 करोड़ रुपए में बेच दिया। आरोप है कि कम कीमत पर जमीन खरीदकर अत्यधिक लाभ कमाया गया और मनी लॉन्ड्रिंग की गई।
रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी पर आरोप है कि उसने मिलकर धोखाधड़ी की। इस मामले में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा को भी आरोपी बनाया गया है।
आईपीसी की धारा 420, 120, 467, 468 और 471 के तहत इस मामले में केस दर्ज किया गया था। बाद में आईपीसी की धारा 423 के तहत नए आरोप जोड़े गए थे। एफआईआर में उल्लेख किया गया था कि नियमों की अवहेलना कर वाड्रा को करोड़ों का लाभ पहुंचाया गया।
इस सौदे के समय राज्य में कांग्रेस की सरकार थी और मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा थे।
इस मामले में ईडी वाड्रा की कंपनी पर वित्तीय अनियमितताओं की जांच कर रही है।
यह ध्यान देने योग्य है कि रॉबर्ट वाड्रा को कई अन्य मामलों में भी ईडी की कार्रवाई का सामना करना पड़ रहा है। 14 जुलाई को प्रवर्तन निदेशालय ने वाड्रा से हथियार डीलर संजय भंडारी मामले में पूछताछ की थी।