क्या पोंजी स्कीम के खिलाफ ईडी ने सन परिवार के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की?
सारांश
Key Takeaways
- ईडी ने सन परिवार के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की।
- 158 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का आरोप।
- भोले निवेशकों को उच्च रिटर्न का लालच दिया गया।
- जांच में अभी और संपत्तियों की जब्ती संभव।
- पोंजी स्कीमों से बचने के लिए सतर्क रहना आवश्यक है।
हैदराबाद, 23 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को सन परिवार वुपड़ी मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत चार्जशीट पेश की है।
ईडी के अधिकारियों ने बताया कि यह चार्जशीट रंगारेड्डी में स्थित मेट्रोपॉलिटन सेशंस जज की विशेष पीएमएलए अदालत में पेश की गई थी और अदालत ने इसका संज्ञान लिया है।
केंद्रीय एजेंसी ने तेलंगाना पुलिस की तरफ से सन परिवार (मेथुकु रविंदर और उनके सहयोगियों) के खिलाफ दर्ज विभिन्न एफआईआर के आधार पर जांच शुरू की थी। उन पर आरोप है कि उन्होंने सन परिवार समूह की कंपनियों और सन म्यूचुअली एडेड थ्रिफ्ट एंड क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड में निवेश पर उच्च रिटर्न का लालच देकर सामान्य जनता को धोखा दिया।
ईडी के अनुसार, मेथुकु रविंदर और उनके सहयोगियों ने 10,000 से अधिक व्यक्तियों से लगभग 158 करोड़ रुपए की राशि हड़प ली। यह राशि इस मामले में अपराध की आय मानी जाएगी।
जांच में यह भी पता चला कि मेथुकु रविंदर और उनके सहयोगियों ने भोले-भाले निवेशकों को प्रति वर्ष 100 प्रतिशत तक का रिटर्न देने का लालच देकर कई योजनाएं चलाईं। इसके लिए उन्होंने सन परिवार ग्रुप ऑफ कंपनीज के तहत कई कंपनियां स्थापित कीं, जैसे कि मेथुकु चिट फंड प्राइवेट लिमिटेड, मेथुकु वेंचर्स लिमिटेड, मेट्सुन निधि लिमिटेड, मेथुकु हर्बल लिमिटेड और मेथुकु मेडिकल एंड हर्बल फाउंडेशन।
एकत्रित धनराशि का उपयोग उन्होंने अपने और अपने सहयोगियों के नाम पर विभिन्न चल और अचल संपत्तियों की खरीद में किया।
ईडी की जांच में यह भी सामने आया कि मेथुकु रविंदर ने अपने करीबी सहयोगियों के नाम पर नई कंपनियां स्थापित कीं और नई पोंजी स्कीमें शुरू कीं, जिससे भोले-भाले निवेशकों से धन इकट्ठा किया।
इस धन का उपयोग इन कंपनियों के नाम पर संपत्तियां खरीदने के लिए भी किया गया। ईडी ने पहले मेथुकु रविंदर और उनके परिवार के सदस्यों से संबंधित 25.20 करोड़ रुपए की विभिन्न चल और अचल संपत्तियों को जब्त किया था। ईडी ने बताया कि जांच जारी है।
-राष्ट्र प्रेस