क्या ईडी की बड़ी कार्रवाई से 'फेयरप्ले' ऑनलाइन सट्टेबाजी मामले में 307.16 करोड़ की संपत्ति जब्त हुई?

सारांश
Key Takeaways
- ईडी ने 307.16 करोड़ रुपए की संपत्तियां जब्त की हैं।
- यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग निवारण अधिनियम के तहत की गई है।
- मुख्य आरोपी कृष लक्ष्मीचंद शाह है।
- जांच में कई कंपनियों के नाम भी सामने आए हैं।
- इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए बड़े पैमाने पर लेन-देन हुआ है।
मुंबई, 22 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के मुंबई क्षेत्रीय कार्यालय ने मनी लॉन्ड्रिंग के एक महत्वपूर्ण मामले में 19 सितंबर को 'फेयरप्ले' से संबंधित 307.16 करोड़ रुपए की संपत्तियों को अस्थायी रूप से अटैच किया है। यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के अंतर्गत की गई है। अटैच की गई संपत्तियों में बैंक खातों में जमा राशि (चल संपत्ति) और दुबई (यूएई) में स्थित जमीन, विला और फ्लैट्स (अचल संपत्ति) शामिल हैं।
ईडी ने इस जांच की शुरुआत वायाकॉम18 मीडिया प्राइवेट लिमिटेड द्वारा मुंबई साइबर पुलिस में दर्ज की गई एफआईआर के आधार पर की, जिसमें फेयरप्ले और अन्य के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए गए। फेयरप्ले पर 100 करोड़ रुपए से अधिक के राजस्व नुकसान का आरोप है। इसके बाद फेयरप्ले और अन्य संबंधित संस्थाओं के खिलाफ अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी से जुड़ी कई एफआईआर को एक साथ जांच में जोड़ा गया।
जांच के दौरान यह पता चला है कि इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के माध्यम से कई सौ करोड़ रुपए का लेन-देन हुआ और फंड्स को ट्रेड-बेस्ड मनी लॉन्ड्रिंग के माध्यम से विदेश भेजा गया।
मुख्य आरोपी कृष लक्ष्मीचंद शाह ने फेयरप्ले ऑपरेशन के लिए कुराकाओ, दुबई और माल्टा में कई कंपनियां रजिस्टर्ड करवाई थीं, जिनमें प्ले वेंचर्स एन.वी., डच एंटील्स मैनेजमेंट एन.वी. (कुराकाओ), फेयर प्ले स्पोर्ट एलएलसी, फेयरप्ले मैनेजमेंट डीएमसीसी (दुबई) और प्ले वेंचर्स होल्डिंग लिमिटेड (माल्टा) शामिल हैं।
जांच में यह भी खुलासा हुआ कि कृष एल शाह दुबई से अपने सहयोगियों अनिल कुमार डडलानी और अन्य की मदद से फेयरप्ले का संचालन कर रहा था। उसके और उसके परिवार के नाम पर दुबई में कई संपत्तियां पाई गई हैं।
इससे पहले 12 जून, 27 अगस्त, 27 सितंबर और 25 अक्टूबर 2024 को ईडी ने इस मामले में छापेमारी की थी, जिसमें बड़ी मात्रा में संपत्तियां जब्त की गई थीं। ईडी ने इस मामले में 22 नवंबर, 26 दिसंबर 2024 और 15 जनवरी 2025 को भी अटैचमेंट ऑर्डर जारी किए थे।
12 फरवरी 2025 को चिंतन शाह और चिराग शाह को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद ईडी ने 1 अप्रैल को विशेष पीएमएलए अदालत में आरोप पत्र दाखिल किया, जिस पर अदालत ने 25 अप्रैल को संज्ञान लिया।
अब तक इस केस में कुल अटैचमेंट और जब्ती की राशि 651.31 करोड़ रुपए हो चुकी है। ईडी ने बताया कि इस मामले में जांच अभी भी जारी है।
--आईएएनएश
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