क्या तेजस्वी यादव की मुख्यमंत्री उम्मीदवार की घोषणा एकतरफा है?

सारांश
Key Takeaways
- तेजस्वी यादव की मुख्यमंत्री उम्मीदवार के रूप में घोषणा के पीछे एकजुटता का संदेश है।
- कांग्रेस नेता सुरेंद्र राजपूत ने इंडिया गठबंधन के समर्थन की बात की।
- यात्रा का उद्देश्य मतदाता जागरूकता बढ़ाना है।
- किसानों की समस्याओं पर गहन चर्चा की गई।
- राजनीति में तेज बदलाव देखने को मिल रहे हैं।
लखनऊ, 31 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस नेता सुरेंद्र राजपूत ने बिहार के आरा जिले में शनिवार को आयोजित ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के दौरान राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव की ओर से खुद को इंडिया ब्लॉक गठबंधन का मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित करने पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन में कोई एकतरफा घोषणाएं नहीं होती, बल्कि सभी नेता एकजुट हैं।
राष्ट्र प्रेस से बातचीत में उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव अलायंस के प्रमुख चेहरे हैं और हम सभी उनके साथ हैं। भाजपा और उसके सहयोगियों पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि वे इंडिया गठबंधन पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, जबकि तेजस्वी यादव इस गठबंधन के सबसे प्रमुख नेता हैं। उन्होंने भाजपा से सवाल किया कि उनका नेता कौन है और यह भी कहा कि नीतीश कुमार अचेत अवस्था में हैं।
राजपूत ने कहा कि एनडीए को अपने सर्वमान्य नेता को स्पष्ट करना चाहिए, जबकि इंडिया गठबंधन में तेजस्वी यादव सर्वमान्य नेता हैं।
‘वोटर अधिकार यात्रा’ में समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव के शामिल होने पर उन्होंने उत्साह व्यक्त करते हुए कहा कि यह स्पष्ट है कि जनता का समर्थन इंडिया गठबंधन के साथ है। उन्होंने अखिलेश यादव को देश का महत्वपूर्ण नेता बताते हुए कहा कि इस यात्रा में उनकी भागीदारी से यह और मजबूत हुई है।
उन्होंने कहा कि यह जनता की यात्रा है और दावा किया कि इंडिया गठबंधन की सरकार बनेगी।
राजद से निष्कासित तेजप्रताप यादव के बयान पर उन्होंने कहा कि वह अपनी सभाओं में क्या कह रहे हैं, यह हमारा विषय नहीं है। हमारा विषय वोटर अधिकार यात्रा है। आने वाले समय में बिहार में एक मजबूत सरकार इंडिया ब्लॉक गठबंधन देगी।
महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण की मांग को लेकर अनशन पर बैठे कार्यकर्ता मनोज जरांगे पाटिल की बिगड़ती स्वास्थ्य स्थिति पर कांग्रेस नेता ने चिंता जताई।
उन्होंने कहा कि हम उनके अच्छे स्वास्थ्य की कामना करते हैं और सरकार को चेतावनी देते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को जरांगे की मांगों पर जल्द विचार करना चाहिए और मराठा समुदाय को ओबीसी कोटे के तहत आरक्षण देना चाहिए।
‘मन की बात’ कार्यक्रम पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसमें किसानों के मुद्दों पर बात नहीं करते। उन्होंने केंद्र सरकार की नीतियों की आलोचना करते हुए कहा कि अमेरिका से कपास आयात पर शुल्क हटाने का फैसला किसानों के साथ विश्वासघात है। अमेरिका ने भारत के निर्यात पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगा दिया। सरकार को भी अमेरिका पर टैरिफ लगाना चाहिए था।
उन्होंने आगे कहा कि यूरिया की कमी के कारण किसान अपनी फसलों पर समय पर खाद नहीं डाल पा रहे हैं। बिजली की अनुपलब्धता के चलते सिंचाई में भी दिक्कत हो रही है, जिससे किसानों की परेशानी बढ़ रही है। इसके अलावा, किसानों का कर्ज लगातार बढ़ता जा रहा है, जो उनकी आर्थिक स्थिति को और बदतर बना रहा है।
कालकाजी मंदिर के सेवादार हत्याकांड पर उन्होंने दिल्ली पुलिस और भाजपा शासित सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि दिल्ली में सबसे ज्यादा अपराध के मामले दर्ज होते हैं, और दिल्ली पुलिस अपनी साख खो चुकी है। हम उम्मीद करते हैं कि दिल्ली पुलिस जल्द ही इस हत्याकांड का खुलासा करेगी।