क्या एनर्जी बूस्टर शहद इम्युनिटी को बूस्ट करता है?
सारांश
Key Takeaways
- शहद एक प्राकृतिक ऊर्जा बूस्टर है।
- यह इम्युनिटी को बढ़ाता है।
- सर्दियों में खांसी और गले के लिए रामबाण है।
- शहद के एंटीबैक्टीरियल गुण घाव भरने में मदद करते हैं।
- रोजाना एक-दो चम्मच शहद का सेवन स्वस्थ जीवन के लिए आवश्यक है।
नई दिल्ली, 14 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। आज की व्यस्त जीवनशैली और अनियमित दिनचर्या के कारण स्वास्थ्य का ध्यान रखना अत्यंत आवश्यक है। इस संदर्भ में प्रकृति का अनमोल उपहार है शहद, जो न केवल स्वादिष्ट है बल्कि औषधीय गुणों से भी भरपूर है।
भारत सरकार के आयुष मंत्रालय के अनुसार, शहद के नियमित सेवन से शरीर को कई प्रकार के लाभ मिलते हैं। यह न केवल प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है, बल्कि शरीर को अंदर से डिटॉक्स भी करता है। शहद को एक प्राकृतिक ऊर्जा बूस्टर माना जाता है। केवल एक चम्मच शहद दिनभर की थकान को दूर कर ऊर्जा प्रदान करता है। इसे सुबह खाली पेट या व्यायाम से पहले लेने पर और भी बेहतर परिणाम मिलते हैं।
खेलकूद करने वाले और व्यस्त जीवन जीने वाले लोगों के लिए शहद एक बेहतरीन विकल्प है। यह चीनी की तरह हानिकारक नहीं होता और प्राकृतिक मीठास प्रदान करता है।
शहद इम्युनिटी को बढ़ाने और एंटीऑक्सीडेंट्स का बड़ा स्रोत है। इसमें उपस्थित तत्व शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं, जो उम्र बढ़ने और विभिन्न बीमारियों का कारण बनते हैं। सर्दियों में खांसी और गले की खराश की समस्या आम होती है, ऐसे में शहद एक रामबाण इलाज साबित होता है। गुनगुने पानी या दूध में शहद मिलाकर पीने से गला को सुकून मिलता है और खांसी में आराम मिलता है।
शहद के एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण इसे एक प्राकृतिक एंटीबायोटिक बनाते हैं। यह घाव भरने में मदद करता है और त्वचा संबंधी संक्रमणों से लड़ता है। बाहर से लगाने पर भी शहद प्रभावशाली होता है। इसके अलावा, यह पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है, कब्ज को दूर करता है और वजन नियंत्रण में भी सहायक है।
रोजाना एक-दो चम्मच शहद को अपने दिनचर्या में शामिल करके स्वस्थ और ऊर्जावान रह सकते हैं। हालांकि, विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि शहद का सेवन संयमित मात्रा में करें। बच्चों को एक वर्ष से कम उम्र में शहद न दें, क्योंकि इसमें कुछ बैक्टीरिया हो सकते हैं। हमेशा शुद्ध और कच्चा शहद चुनें, क्योंकि बाजार में मिलने वाले मिलावटी शहद के फायदे कम हो जाते हैं।