क्या ईओडब्ल्यू कश्मीर ने पूर्व राजस्व अधिकारियों और कारोबारी के खिलाफ चार्जशीट दायर की?
सारांश
Key Takeaways
- ईओडब्ल्यू ने भूमि धोखाधड़ी मामले में चार्जशीट दायर की।
- पूर्व राजस्व अधिकारियों और कारोबारी पर गंभीर आरोप हैं।
- जांच में धोखाधड़ी और जालसाजी के सबूत मिले हैं।
- सरकारी संपत्तियों की सुरक्षा के लिए सख्त कार्रवाई की जाएगी।
श्रीनगर, 4 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। जम्मू-कश्मीर की क्राइम ब्रांच की इकोनॉमिक ऑफेंसेज विंग (ईओडब्ल्यू) ने एक महत्वपूर्ण भूमि धोखाधड़ी मामले में चार्जशीट पेश की है। यह चार्जशीट विशेष भ्रष्टाचार निवारण न्यायालय, श्रीनगर में प्रस्तुत की गई है। यह मामला धोखाधड़ी, जालसाजी और भ्रष्टाचार से संबंधित गंभीर आरोपों से जुड़ा है।
चार्जशीट भारतीय दंड संहिता की धाराओं 420, 467, 468, 471, 120-बी और रोकथाम भ्रष्टाचार अधिनियम की धारा 5(2) के तहत दायर की गई है। जिन आरोपियों के खिलाफ यह चार्जशीट पेश की गई है, उनमें हबीबुल्लाह भट, मो. रजब रेशी और सैयद खुर्शीद अहमद शामिल हैं।
इस मामले की शुरुआत एक लिखित शिकायत से हुई थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि श्रीनगर के जूनिमार ईदगाह क्षेत्र में खसरा नंबर 467 और 468 की 10 मरला जमीन को एक फर्जी सेल डीड के आधार पर धोखाधड़ी से आरोपी के नाम म्यूटेशन कराया गया।
शिकायत के बाद जांच शुरू हुई। जांच के दौरान ईओडब्ल्यू को कई महत्वपूर्ण तथ्य मिले। सब-रजिस्ट्रार के रिकॉर्ड की जांच करने पर पता चला कि रजिस्ट्रेशन नंबर 1693, 8 सितंबर 2023 के तहत कोई सेल डीड कभी रजिस्टर्ड नहीं हुई थी।
जांच में यह साबित हुआ कि आरोपी व्यापारी हबीबुल्लाह भट ने तत्कालीन पटवारी सैयद खुर्शीद अहमद और नायब तहसीलदार मो. रजब रेशी के साथ मिलकर एक आपराधिक साजिश रची, झूठे दस्तावेज तैयार किए, राजस्व रिकॉर्ड में गलत एंट्री कराई और गैर-मौजूद सेल डीड के आधार पर म्यूटेशन दर्ज कराया।
इन सभी की भूमिका जांच में प्रथम दृष्टया सिद्ध होने के बाद उनके खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दायर की गई है। अब न्यायालय इस मामले पर आगे की कार्रवाई करेगा।
इकोनॉमिक ऑफेंसेज विंग ने कहा है कि वह सरकारी और सार्वजनिक संपत्तियों को धोखाधड़ी से बचाने और भ्रष्टाचार में शामिल लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है।
एजेंसी ने स्पष्ट किया कि जनता की शिकायतों पर संवेदनशीलता से कार्रवाई जारी रहेगी और हर स्तर पर ईमानदारी और पारदर्शिता सुनिश्चित की जाएगी।