क्या ईपीएफओ ने जून में 21.89 लाख सदस्यों का ऐतिहासिक जोड़ने का रिकॉर्ड बनाया?

Click to start listening
क्या ईपीएफओ ने जून में 21.89 लाख सदस्यों का ऐतिहासिक जोड़ने का रिकॉर्ड बनाया?

सारांश

ईपीएफओ ने जून 2023 में 21.89 लाख नए सदस्यों का जोड़ने का अनोखा रिकॉर्ड बनाया है। यह वृद्धि न केवल एक ऐतिहासिक मील का पत्थर है, बल्कि इसने युवा रोजगार के अवसरों में भी उल्लेखनीय सुधार दर्शाया है। जानें इसके पीछे के कारण और प्रभाव।

Key Takeaways

  • ईपीएफओ ने जून में 21.89 लाख सदस्यों को जोड़ा।
  • 18-25 आयु वर्ग का 60.22% नए सदस्यों में योगदान।
  • महिला सदस्यों की संख्या में 14.92% की वृद्धि।
  • नौकरी बदलने वाले सदस्यों की संख्या में 5.09% की वृद्धि।
  • सामाजिक सुरक्षा का विस्तार और दीर्घकालिक वित्तीय कल्याण।

नई दिल्ली, 21 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने इस वर्ष जून महीने में 21.89 लाख नए सदस्यों को जोड़ा, जो कि अप्रैल 2018 में पेरोल डेटा ट्रैकिंग की शुरुआत के बाद से अब तक की सबसे बड़ी वृद्धि है। यह जानकारी एक आधिकारिक बयान में साझा की गई है।

यह आंकड़ा पिछले महीने मई की तुलना में 9.14 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है।

सालाना विश्लेषण से पता चलता है कि पिछले वर्ष के इसी महीने की तुलना में जून में नेट पेरोल एडिशन में 13.46 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जो ईपीएफओ की प्रभावी outreach पहलों और रोजगार अवसरों को लेकर बढ़ती जागरूकता को दर्शाता है।

ईपीएफओ ने इस वर्ष जून में करीब 10.62 लाख नए सब्सक्राइबर्स का नामांकन किया, जो मई की तुलना में 12.68 प्रतिशत की वृद्धि और जून 2024 की तुलना में 3.61 प्रतिशत की वृद्धि है, जो रोजगार के अवसरों के विस्तार को दर्शाता है।

आंकड़ों का एक महत्वपूर्ण पहलू 18-25 आयु वर्ग का प्रभुत्व है। ईपीएफओ ने इस आयु वर्ग में 6.39 लाख नए सदस्यों को जोड़ा, जो जून में जुड़े कुल नए सदस्यों का 60.22 प्रतिशत है। इस महीने में जुड़े 18-25 आयु वर्ग के नए सदस्यों की संख्या पिछले मई की तुलना में 14.08 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाती है।

इसके अतिरिक्त, जून 2025 के लिए 18-25 आयु वर्ग के लिए नेट पेरोल एडिशन लगभग 9.72 लाख है, जो पिछले महीने की तुलना में 11.41 प्रतिशत की वृद्धि और पिछले वर्ष जून की तुलना में 12.15 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।

यह पहले के रुझानों के अनुरूप है, जो दर्शाता है कि संगठित वर्कफोर्स में शामिल होने वाले अधिकांश युवा हैं, जो मुख्यतः फर्स्ट टाइम जॉब सीकर्स हैं।

लगभग 16.93 लाख सदस्य, जो पहले ईपीएफओ से बाहर हो गए थे, इस वर्ष जून में फिर से ईपीएफओ में शामिल हुए।

यह आंकड़ा मई की तुलना में 5.09 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। यह जून 2024 की तुलना में सालाना आधार पर 19.65 प्रतिशत की वृद्धि भी दर्शाता है।

आधिकारिक बयान के अनुसार, इन सदस्यों ने अपनी नौकरी बदली और ईपीएफओ के दायरे में आने वाले प्रतिष्ठानों में फिर से शामिल हो गए, जिससे दीर्घकालिक वित्तीय कल्याण सुनिश्चित हुआ और उनकी सामाजिक सुरक्षा का विस्तार हुआ।

इस वर्ष जून में लगभग 3.02 लाख नई महिला सदस्य ईपीएफओ में शामिल हुईं, जो पिछले महीने की तुलना में 14.92 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। यह पिछले वर्ष जून की तुलना में साल-दर-साल 1.34 प्रतिशत की वृद्धि भी दर्शाता है।

बयान में कहा गया है कि इस महीने के दौरान नेट फीमेल पेरोल एडिशन में लगभग 4.72 लाख की वृद्धि हुई, जो मई की तुलना में 11.11 प्रतिशत की वृद्धि और जून 2024 की तुलना में सालाना आधार पर 10.29 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। महिला सदस्यों की संख्या में यह वृद्धि अधिक समावेशी और विविध वर्कफोर्स की ओर एक महत्वपूर्ण बदलाव का संकेत है।

Point of View

यह आंकड़ा न केवल सरकारी नीतियों की सफलता का प्रमाण है, बल्कि यह हमारे युवा वर्ग के लिए रोजगार के अवसरों में वृद्धि का भी संकेत है। यह वृद्धि हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि क्या हमारे देश की अर्थव्यवस्था नए आयामों की ओर बढ़ रही है।
NationPress
23/08/2025

Frequently Asked Questions

ईपीएफओ ने कितने नए सदस्य जोड़े?
ईपीएफओ ने जून में 21.89 लाख नए सदस्यों को जोड़ा।
इस वृद्धि का क्या मतलब है?
यह वृद्धि रोजगार के अवसरों में सुधार और युवा वर्ग की भागीदारी को दर्शाती है।
महिला सदस्यों की संख्या में क्या बदलाव आया?
इस वर्ष जून में लगभग 3.02 लाख नई महिला सदस्य ईपीएफओ में शामिल हुईं।
18-25 आयु वर्ग के सदस्यों की संख्या में वृद्धि क्यों हुई?
18-25 आयु वर्ग में नए सदस्यों की संख्या में वृद्धि का कारण फर्स्ट टाइम जॉब सीकर्स की बढ़ती संख्या है।
ईपीएफओ की प्रभावी पहलों का क्या असर हुआ?
ईपीएफओ की पहलों ने रोजगार के अवसरों और कर्मचारियों के लाभों के प्रति जागरूकता बढ़ाई है।