क्या फर्रुखाबाद में नामकरण की खुशी हर्ष फायरिंग से मातम में बदल गई?
सारांश
Key Takeaways
- हर्ष फायरिंग एक खतरनाक प्रथा है।
- इस घटना ने समुदाय में शोक का माहौल पैदा किया।
- कानून और जागरूकता की आवश्यकता है।
- आरोपी को गिरफ्तार किया गया है।
- घटना की जांच जारी है।
फर्रुखाबाद, 6 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले के थाना कमालगंज क्षेत्र के गांव उमराय नगला में शुक्रवार देर रात एक नामकरण समारोह अचानक एक दर्दनाक घटना में बदल गया। इस कार्यक्रम में हर्ष फायरिंग के दौरान एक 20 वर्षीय युवक की गोली लगने से मौत हो गई।
गांव के निवासी विजय यादव के नवजात पुत्र के नामकरण की दावत में सैकड़ों लोग शामिल थे। घर के बाहर जोर-शोर से डीजे बज रहा था और लोग नाच-गाना कर रहे थे। इसी बीच गांव के प्रधान एक लाइसेंसी डबल बैरल बंदूक लेकर कार्यक्रम में पहुंचे।
रात करीब 11 बजे, गांव के विकास यादव ने खुशी में हवा में हर्ष फायरिंग शुरू कर दी। पहली गोली चलने के बाद अचानक दूसरी गोली नीचे की ओर निकली और पास में डांस कर रहे 20 वर्षीय अंशु यादव पुत्र चंद्रपाल यादव को सीने में लग गई। गोली लगते ही अंशु जमीन पर गिर पड़ा और मौके पर ही उसकी दर्दनाक मौत हो गई।
गोली की आवाज सुनकर और खूनअफरा-तफरी मच गई। महिलाएं और बच्चे रोते-बिलखते घरों की ओर दौड़े। कुछ लोग अंशु को उठाकर नजदीकी अस्पताल ले गए, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
सूचना मिलते ही थाना कमालगंज प्रभारी राजीव कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। अपर पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह भी घटनास्थल पर पहुंचे और पूरे मामले का जायजा लिया।
एएसपी ने बताया, "नामकरण समारोह में गांव के विकास यादव ने लाइसेंसी बंदूक से हर्ष फायरिंग की। इसमें अंशु यादव को गोली लगी और उसकी मौत हो गई। आरोपी विकास यादव को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। उसकी लाइसेंसी बंदूक जब्त कर ली गई है। शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। हत्या का मुकदमा दर्ज कर आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।"