क्या कांग्रेस ने जीवन पर्यंत बांटने और तोड़ने की राजनीति की? गजेंद्र सिंह शेखावत ने एसआईआर पर दिया जवाब
सारांश
Key Takeaways
- गजेंद्र सिंह शेखावत ने एसआईआर प्रक्रिया पर विपक्ष के सवालों का जवाब दिया।
- चुनाव आयोग संविधान के तहत कार्य कर रहा है।
- कांग्रेस पर बांटने और तोड़ने की राजनीति करने का आरोप।
- 12 राज्यों में एसआईआर की प्रक्रिया चल रही है।
- राजनीतिक स्वार्थ के लिए निर्णय लेने का आरोप।
जोधपुर, 22 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने एसआईआर प्रक्रिया को लेकर विपक्षी सवालों का प्रभावी उत्तर दिया। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग संविधान में निर्धारित अधिकारों के अनुसार यह कार्य कर रहा है।
गजेंद्र सिंह शेखावत ने जोधपुर एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, "निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव होना तथा मतदाता सूची का समय पर पुनरीक्षण होना, यह सभी निर्वाचन आयोग की जिम्मेदारी है। संविधान में दिए गए अधिकारों के तहत निर्वाचन आयोग इस कार्य को सम्पादित करता है। इस तरह देश में कई बार मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण किया गया है।"
कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा, "यह पार्टी और इसके नेता महाराष्ट्र चुनाव के बाद खुद आरोप लगाते रहे हैं कि मतदाता सूची में गड़बड़ी है। वे कभी हाइड्रोजन बम तो कभी एटम बम के नाम पर कई दावे करते रहे हैं। अब जब एसआईआर प्रक्रिया शुरू हुई है, तो वे इस पर भी राजनीति कर रहे हैं। बिहार चुनाव के बाद जनता ने स्पष्ट संदेश दे दिया है कि देश में बांटने, तोड़ने और दुर्व्यवहार की राजनीति नहीं चलेगी। केवल विकास और देश को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित राजनीति का ही समय है।"
उन्होंने यह भी कहा कि कई राज्यों में चुनाव बाकी हैं, और मुझे लगता है कि बंगाल जैसे अन्य राज्यों में लोग फिर से जवाब देंगे।
गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि एसआईआर प्रक्रिया के संबंध में उठे सवालों पर, "एसआईआर प्रक्रिया चरणबद्ध तरीके से पूरे देश में कराई जानी है। वर्तमान में यह प्रक्रिया 12 राज्यों में चल रही है। इन 12 राज्यों में प्रक्रिया पूरी होने के बाद अन्य राज्यों में एसआईआर कराया जाएगा।"
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने अपने अस्तित्व से लेकर अब तक हमेशा राजनीति और सत्ता के लिए काम किया है। उन्होंने कहा, "कुछ लोगों ने वंदे मातरम गीत को भी अपनी सत्ता और कुर्सी के लिए बांटने का पाप किया। यही पाप देश के विभाजन की नींव रखता है।"
उन्होंने कहा, "कांग्रेस पार्टी ने जीवन पर्यंत बांटने और देश को तोड़ने की राजनीति की। अपने राजनीतिक स्वार्थ को सर्वोपरि रखते हुए सभी निर्णय लिए। इसके अलावा कांग्रेस और कुछ सोच सकती है, यह बिल्कुल भी संभावना नहीं लगती।"