क्या गढ़वा में ईंट भट्टे की नई चिमनी गिरने से मजदूरों की जान गई?

सारांश
Key Takeaways
- सुरक्षा मानकों की अनदेखी से गंभीर घटनाएं हो सकती हैं।
- स्थानीय प्रशासन को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।
- ईंट भट्टे के मालिकों को मजदूरों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए।
- घायलों को समय पर इलाज मिलना आवश्यक है।
- इस प्रकार के हादसे से सबक लेना चाहिए।
गढ़वा, 14 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड के गढ़वा जिले के मेराल थाना क्षेत्र में कमरमा गांव में एक गंभीर दुर्घटना हुई। निर्माण कार्य के दौरान अचानक ईंट भट्टे की चिमनी गिर गई, जिससे पांच मजदूर मलबे में दब गए। इलाज के दौरान एक मजदूर की जान चली गई, जबकि चार अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।
यह घटना उस समय घटी जब उत्तर प्रदेश के संभल से आए मजदूर बिना सुरक्षा उपकरण के चिमनी पर चढ़कर कार्य कर रहे थे। अचानक चिमनी के गिरने से अफरा-तफरी मच गई।
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोग और पुलिस तत्काल मौके पर पहुंचे। जेसीबी की मदद से मलबे में दबे सभी मजदूरों को निकाला गया।
घायलों को तुरंत सदर अस्पताल में भर्ती किया गया, जहां उपचार के दौरान पप्पू नामक मजदूर की मृत्यु हो गई। अन्य चार घायल मजदूरों को प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए रेफर किया गया।
मिस्त्री कासिम ने बताया कि सभी मजदूर उनके थे और चिमनी की ईंट कमजोर थी, जिसके कारण यह हादसा हुआ।
ईंट भट्टे के मालिक गुड्डू सिंह ने कहा कि उनकी ईंटें सही थीं, और इस घटना के लिए मिस्त्री की लापरवाही जिम्मेदार है।
थाना प्रभारी अजित गौतम ने बताया कि चिमनी गिरने की सूचना पर पुलिस ने मलबा हटवाया और घायलों को अस्पताल भेजा। मजदूरों और मिस्त्री का संबंध उत्तर प्रदेश से बताया गया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है।