क्या गौरव भाटिया ने राहुल गांधी को 'भारतीय राजनीति का भस्मासुर' बताया?
सारांश
Key Takeaways
- गौरव भाटिया ने राहुल गांधी की आलोचना की है।
- उन्होंने कांग्रेस के पिछले कार्यों को भी निशाने पर लिया।
- राहुल गांधी की विदेश यात्राओं का संदर्भ दिया गया।
- राष्ट्रीय समारोहों में अनुपस्थिति को गैर-जिम्मेदाराना बताया गया।
- भाटिया ने राजनीतिक प्रतिस्पर्धा को महत्वपूर्ण बताया।
नई दिल्ली, 6 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस और उसके नेता राहुल गांधी पर तीखा हमला किया। उन्होंने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की भारत यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि दुनिया भर में भारत की बढ़ती प्रतिष्ठा दिखाई दे रही है, लेकिन राहुल गांधी और कांग्रेस के कुछ नेता केवल आलोचना में व्यस्त हैं।
गौरव भाटिया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से राष्ट्रपति पुतिन की मुलाकात और भारत-रूस की मजबूत दोस्ती पूरी दुनिया ने देखी है। लेकिन, भारत में एक वर्ग ऐसा है जो हमेशा दुख जता रहा है। राहुल गांधी को भारत की बाहरी छवि दिखाई नहीं देती; वे सिर्फ अपनी निजी राजनीति में उलझे रहते हैं।
भाटिया ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी देश के महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में सम्मिलित नहीं होते हैं।
उन्होंने कहा, "चाहे स्वतंत्रता दिवस हो, गणतंत्र दिवस हो या कोई अन्य राष्ट्रीय समारोह, नेता प्रतिपक्ष का न आना दर्शाता है कि वह अपरिपक्व और गैर-जिम्मेदार हैं। हाल ही में भारत के नए मुख्य न्यायाधीश का शपथ ग्रहण हुआ, राहुल गांधी को वहां होना चाहिए था। लेकिन, वह नहीं आए।"
भाटिया ने कटाक्ष करते हुए कहा कि यदि जॉर्ज सोरोस बुलाते हैं, तो राहुल गांधी सुबह 5 बजे भी पहुंच जाएंगे, लेकिन भारत के समारोहों में नहीं।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी पहले भी कई विदेशी शख्सियतों से मिल चुके हैं। वह जून 2024 में बांग्लादेश की तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना से, सितंबर 2025 में मॉरीशस के प्रधानमंत्री से और हाल ही में न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री से मिले हैं। उन्होंने सवाल किया कि यदि सारी मुलाकातें होती रहीं, तो कांग्रेस इतना ड्रामा क्यों कर रही है?
भाटिया ने यह भी आरोप लगाया कि राहुल गांधी विदेशी नेताओं के सामने भारत को बदनाम करते हैं। उन्होंने राफेल मामले का उल्लेख करते हुए कहा कि फ्रांस के राष्ट्रपति और वहां की सरकार ने राहुल गांधी के झूठ का खंडन किया था।
गौरव भाटिया ने राहुल गांधी को भारतीय राजनीति का भस्मासुर बताते हुए कहा, "उन्होंने कांग्रेस को जहां पहुंचा दिया है, वह सभी ने देख लिया है। महाराष्ट्र में शरद पवार और उद्धव ठाकरे को नुकसान पहुंचाया। दिल्ली में लोकसभा चुनाव में अरविंद केजरीवाल की पार्टी को नुकसान पहुंचाया। Bihar में तेजस्वी यादव की पार्टी को भी नुकसान पहुंचाया।"
उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी अब उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव को भी नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं।
भाटिया ने कांग्रेस की आलोचना करते हुए कहा कि धारा 370, पाकिस्तान और चीन के कब्जे वाली जमीन जैसी समस्याएं भी कांग्रेस की पिछली नीतियों की विरासत हैं।
उन्होंने कहा, "यूएमएससी की स्थायी सदस्यता के मुद्दे पर भी कांग्रेस ने भारत की जगह चीन को बड़ा देश बताया। क्या यह भारत की विदेश नीति को कमजोर करने की कोशिश नहीं है?"
गौरव भाटिया ने तृणमूल कांग्रेस, कांग्रेस और समाजवादी पार्टी पर भी हमला करते हुए कहा, "इन दलों को हिंदू धर्म से परेशानी है। सुप्रीम कोर्ट में गीता के श्लोक उद्धृत होते हैं, तो इन्हें पेट में दर्द होता है।"
उन्होंने यह भी कहा कि बंगाल में घुसपैठियों को वोट बैंक बनाने की राजनीति हो रही है और हुमायूं कबीर जैसी घटनाओं पर राज्य सरकार कोई कार्रवाई नहीं कर रही।
गौरव भाटिया ने आगे कहा कि हुमायूं कबीर जो भी कर रहे हैं, वह ममता बनर्जी के इशारे पर कर रहे हैं। ममता आगामी चुनाव हार चुकी हैं, उन्हें पता है कि चुनाव जीतने के लिए घुसपैठियों का सहारा लेना होगा और दंगे कराने होंगे, लेकिन वह भ्रम में हैं।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा, "राहुल गांधी संविधान पढ़ें। अनुच्छेद 35 और यूसीसी पर गलत बयान देने से देश नहीं चलता। शरिया नहीं, संविधान चलता है।"
उन्होंने कहा कि इंडिया ब्लॉक खुद टूट रहा है और इसमें सबसे बड़ा संविधान विरोधी कदम राहुल गांधी ही उठा रहे हैं।