क्या कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने सरकार से पूछा, पीओके कब लेंगे?

सारांश
Key Takeaways
- गौरव गोगोई ने सरकार से महत्वपूर्ण सवाल पूछे हैं।
- पहलगाम आतंकी हमले पर सरकार की निष्क्रियता पर सवाल उठाया गया।
- राजनाथ सिंह के बयान पर भी सवाल उठाए गए।
- पीओके लेने का मुद्दा भी उठाया गया।
- सुरक्षा को लेकर सरकार की जवाबदेही पर जोर दिया गया।
नई दिल्ली, 28 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। लोकसभा में सोमवार को 'ऑपरेशन सिंदूर' पर चर्चा के दौरान कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने सरकार पर सवाल उठाए। उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले का जिक्र करते हुए कहा कि रक्षा मंत्री ने यह स्पष्ट नहीं किया कि आतंकी पहलगाम में किस प्रकार पहुंचे?
गौरव गोगोई ने 'ऑपरेशन सिंदूर' पर चर्चा के दौरान कहा, "सदन में सच्चाई का खुलासा होना चाहिए। चाहे वह 'पहलगाम आतंकी हमला' हो, 'ऑपरेशन सिंदूर' हो या फिर 'विदेश नीति', सभी सच्चाइयों को उजागर होना चाहिए। राजनाथ सिंह ने कई जानकारियां दीं, लेकिन रक्षा मंत्री की भूमिका में उन्होंने यह नहीं बताया कि बैसरन में आतंकी कैसे आए? पाकिस्तान से आतंकवादी पहलगाम कैसे पहुंचे और 26 लोगों की हत्या कर दी? भले ही रक्षा मंत्री इस पर चुप रहें, लेकिन हम विपक्ष में रहते हुए देशहित में सवाल उठाते रहेंगे।"
गौरव गोगोई ने पहलगाम आतंकी हमले को लेकर सरकार से भी सवाल किए। उन्होंने कहा, "देश जानता चाहता है। 100 दिन बीत गए, लेकिन सरकार पहलगाम के आतंकवादियों को क्यों नहीं पकड़ पाई? किसने उन्हें पनाह दी, किसने जानकारी दी? उन्हें भागने में किसने सहायता की? 100 दिन हो गए, लेकिन सरकार के पास इन सवालों का कोई उत्तर नहीं है। सरकार के पास ड्रोन, पेगासस, सीआरपीएफ, बीएसएफ, और सीआईएसएफ हैं, फिर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। यह किस प्रकार का प्रबंध है?"
गौरव गोगोई ने राजनाथ सिंह के बयान पर भी सवाल उठाए, "राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारा उद्देश्य युद्ध नहीं था, तो मैं पूछता हूं कि क्यों नहीं था? पीओके आज नहीं लेंगे तो कब लेंगे? हमें संदेश मिलता है कि दुनिया के सबसे बेहतरीन लड़ाकू विमान हमारे पास हैं। सीडीएस को यह क्यों कहना पड़ा कि हमारे लड़ाकू जहाज रेंज में नहीं जा सकते? क्या नजदीक से हमला नहीं कर सकते? हमें इस बारे में जानकारी दें।"
उन्होंने आगे कहा, "हम बार-बार देखते हैं कि गृह मंत्री वहां जाते हैं और कहते हैं कि हमने अच्छा प्रबंध किया है। आतंकवाद की कमर तोड़ दी है, लेकिन उरी से लेकर बालाकोट और पुलवामा जैसी घटनाएं होती रहती हैं। गृह मंत्री को पहलगाम आतंकी हमले की जिम्मेदारी लेनी पड़ेगी; वह जम्मू-कश्मीर के लेफ्टिनेंट गवर्नर के पीछे छिप नहीं सकते।"
गौरव गोगोई ने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विदेश से लौटे और पहलगाम जाने के बजाय बिहार में चुनावी भाषण देने चले गए। अगर कोई पहलगाम गया तो वह हमारे नेता राहुल गांधी थे। उनके लिए आवाज उठाई जा रही है।"