क्या वाराणसी में 'मेक इन इंडिया' को बल मिला? गौरव ने लॉन्च किया 'उदय भारत' ऐप और 400 को मिला रोजगार

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क्या वाराणसी में 'मेक इन इंडिया' को बल मिला? गौरव ने लॉन्च किया 'उदय भारत' ऐप और 400 को मिला रोजगार

सारांश

वाराणसी के युवा गौरव कुमार श्रीवास्तव ने 'उदय भारत' ऐप के माध्यम से 400 स्थानीय लोगों को रोजगार देने की पहल की है। यह ऐप प्रधानमंत्री मोदी के 'मेक इन इंडिया' और 'वोकल फॉर लोकल' अभियानों को समर्थन करता है। जानिए इस विशेष ऐप के बारे में और किस तरह यह युवाओं के लिए एक नया अवसर लेकर आया है।

Key Takeaways

  • उदय भारत ऐप ने 400 लोगों को रोजगार दिया है।
  • यह ऐप प्रधानमंत्री मोदी के अभियानों का समर्थन करता है।
  • स्थानीय स्तर पर रोजगार के नए अवसर प्रदान कर रहा है।
  • गौरव कुमार श्रीवास्तव का प्रयास युवाओं के लिए प्रेरणादायक है।
  • रोजगार मेले में बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया।

वाराणसी, 30 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'मेक इन इंडिया' और 'वोकल फॉर लोकल' अभियानों से प्रेरित होकर वाराणसी के युवा गौरव कुमार श्रीवास्तव ने अपनी कंपनी उदय भारत के तहत एक नया ऐप लॉन्च किया है। इस ऐप के माध्यम से उन्होंने स्थानीय स्तर पर 400 लोगों को रोजगार देने का प्रयास किया है।

कंपनी ने एक रोजगार मेले का आयोजन किया, जिसमें बड़ी संख्या में युवाओं और महिलाओं ने भाग लिया। इस पहल के अंतर्गत कर्मचारियों को 15 हजार रुपए से लेकर एक लाख रुपए तक की सैलरी का प्रस्ताव दिया गया है। ऐप के द्वारा शहर में घरों, दफ्तरों और अन्य स्थानों तक डिलीवरी सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।

गौरव कुमार श्रीवास्तव ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत के दौरान बताया कि वह पहले एक विदेशी (तुर्की की) कंपनी में कार्यरत थे, जहां लगभग 300 लोग उनके अधीन काम करते थे। उस कंपनी ने अचानक सभी कर्मचारियों को निकाल दिया। इसके बाद गौरव ने निर्णय लिया कि वह अपनी कंपनी बनाएंगे और स्थानीय लोगों को रोजगार देंगे।

गौरव ने कहा, “मैं काशी का निवासी हूं, इसलिए इस पहल की शुरुआत काशी से की है। यहाँ 400 लोगों को रोजगार देने के बाद, अब मेरी योजना गुजरात, मुंबई और दिल्ली में भी ऐप का विस्तार करने की है।”

श्रीवास्तव ने बताया कि बनारस आने के बाद 20 स्थानीय लोगों की टीम का गठन किया। इसमें कुछ ऐसे भी हैं जो विदेश जाना चाहते थे, उन्हें भी मौका दिया गया। लोगों को 'वोकल फॉर लोकल' के अंतर्गत जोड़ा जा रहा है।

रोजगार पाने वाले लोगों ने भी खुशी जताई और कहा कि अब उन्हें अपने घर पर रहकर ही अच्छी नौकरी का अवसर मिल रहा है।

रोजगार मेले के तहत नौकरी पाने वाली खुशबू सिंह ने बताया कि जॉब में नियुक्ति पाने से पहले आवेदन किया गया। साक्षात्कार के बाद मुझे ऑफिशियल वर्क के लिए चुना गया। यह स्थानीय लोगों के लिए एक सुनहरा मौका है। हमें अपने क्षेत्र से बाहर नौकरी के लिए अब जाने की जरूरत नहीं होगी। यह हम सब के लिए एक उपहार के रूप में है। उदय भारत ऐप के माध्यम से युवाओं को अपने क्षेत्र में रहकर परिवार का सहारा बनने का अवसर मिलेगा। हमें हमारी योग्यता के अनुसार प्लेटफ़ॉर्म दिया जा रहा है।

कृष्ण कुमार मौर्य ने बताया कि रोजगार मेले के तहत सॉफ्टवेयर डेवलपर के तौर पर नियुक्ति मिली है। यह मेरे लिए एक सुनहरा अवसर है। स्थानीय स्तर पर नौकरी मिलने के साथ-साथ पैसा कमाने के साथ ही परिवार का सहारा भी बनूंगा।

आशु श्रीवास्तव ने बताया कि रोजगार मेले के बारे में अखबार के माध्यम से जानकारी मिली। उदय भारत डिलीवरी कंपनी है। इसकी जानकारी मिलने के बाद हमने सोचा कि हम विदेशी कंपनियों के लिए काम करने के बजाय अपने देश के लिए ही कुछ करें। इससे पीएम मोदी के सपने वोकल फॉर लोकल में भी सहयोग होगा।

Point of View

बल्कि यह प्रधानमंत्री मोदी के 'मेक इन इंडिया' और 'वोकल फॉर लोकल' अभियानों को भी मजबूती दे रही है। ऐसे प्रयास देश के विकास में सहायक साबित होंगे।
NationPress
08/12/2025

Frequently Asked Questions

उदय भारत ऐप क्या है?
उदय भारत ऐप स्थानीय स्तर पर रोजगार प्रदान करने के लिए विकसित किया गया है।
इस ऐप से कितने लोगों को रोजगार मिला है?
इस ऐप के माध्यम से 400 लोगों को रोजगार प्रदान किया गया है।
रोजगार मेला कब आयोजित किया गया था?
रोजगार मेला 30 सितंबर को आयोजित किया गया था।
क्या यह ऐप अन्य शहरों में भी उपलब्ध होगा?
हाँ, गौरव की योजना इस ऐप का विस्तार गुजरात, मुंबई और दिल्ली में करने की है।
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