क्या उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने गौशाला का निरीक्षण किया? चारे और पानी की खामियों पर जताई नाराजगी

सारांश
Key Takeaways
- गौशाला में चारे और पानी की गुणवत्ता में खामियां पाई गईं।
- उपमुख्यमंत्री ने सुधार के निर्देश दिए।
- गायों की देखभाल को सर्वोपरि बताया गया।
- स्थानीय अधिकारियों ने खामियों को दूर करने का आश्वासन दिया।
- सरकार पशु संरक्षण के प्रति गंभीर है।
नोएडा, 15 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने सोमवार को सेक्टर-14 में स्थित गौशाला का निरीक्षण किया। इस मौके पर गौशाला की व्यवस्थाओं से जुड़ी कई महत्वपूर्ण बातें उजागर हुईं। उनके साथ जिलाधिकारी मेधा रूपम, विभिन्न भाजपा नेता और अधिकारी भी उपस्थित थे।
निरीक्षण के दौरान डिप्टी सीएम ने सबसे पहले गौशाला में उपलब्ध चारे और पानी की गुणवत्ता का अवलोकन किया। उन्हें जानकारी मिली कि चारे में कुछ खामियां हैं और पानी में काई की समस्या भी सामने आई है। इस पर उन्होंने नाराजगी जताते हुए गौ सेवकों से पूछा कि पुराना और खराब चारा गायों को क्यों दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि गायों की सेवा और देखभाल अत्यंत महत्वपूर्ण है। किसी भी स्थिति में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जिलाधिकारी मेधा रूपम को निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि गौशाला की सभी व्यवस्थाओं को तुरंत सुधारना होगा और गायों को बेहतर सुविधाएं प्रदान की जानी चाहिए।
डिप्टी सीएम ने यह भी कहा कि हमेशा सुधार की गुंजाइश रहती है और हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि गौशाला में गायों को उत्कृष्ट चारा, स्वच्छ पानी और उचित देखभाल मिले। उन्होंने गौशाला की स्थिति पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि गायें स्वस्थ और हष्ट-पुष्ट दिख रही हैं, लेकिन छोटे-छोटे सुधार आवश्यक हैं।
इस अवसर पर केंद्र और प्रदेश सरकार की योजनाओं की समीक्षा बैठक भी आयोजित की गई। बैठक में गौशाला के रखरखाव और प्रबंधन से जुड़ी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन पर चर्चा हुई। निरीक्षण के दौरान उपस्थित स्थानीय जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों ने डिप्टी सीएम को आश्वस्त किया कि गौशाला में पाई गई खामियों को जल्द ही दूर किया जाएगा।
डिप्टी सीएम बृजेश पाठक का यह दौरा गौशाला प्रबंधन के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश लेकर आया है कि सरकार पशु संरक्षण और गौ कल्याण के मुद्दे पर किसी भी प्रकार की लापरवाही को गंभीरता से ले रही है।