क्या एसआईआर में लापरवाही पर कार्रवाई हुई? 60 बीएलओ और 7 सुपरवाइजरों पर एफआईआर दर्ज
सारांश
Key Takeaways
- जिला प्रशासन ने 60 बीएलओ और 7 सुपरवाइजरों पर एफआईआर दर्ज की।
- यह कार्रवाई लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के तहत की गई है।
- मतदाता सूची की शुद्धता सुनिश्चित करना सभी अधिकारियों का दायित्व है।
गौतमबुद्ध नगर, 22 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। जिला प्रशासन ने विधानसभा मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) कार्यक्रम में लापरवाही बरतने के लिए कड़ी कार्रवाई की है। इस प्रक्रिया के तहत कुल 60 बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) और 7 सुपरवाइजरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। यह कार्रवाई लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1950 की धारा 32 के अंतर्गत की गई है। जिले के तीनों विधानसभा क्षेत्र दादरी, नोएडा और जेवर में मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्य के दौरान ढिलाई एवं आदेशों की अवहेलना की शिकायतों के बाद जिला निर्वाचन अधिकारी ने सख्त रुख अपनाया है।
भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों के अनुसार, 4 नवंबर से 4 दिसंबर तक विधानसभा क्षेत्रों में मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण कार्य चल रहा है। जिला निर्वाचन अधिकारी/जिलाधिकारी मेधा रूपम ने इस अभियान को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए सभी संबंधित अधिकारियों को समय से कार्य पूरा करने के निर्देश दिए थे।
स्पष्ट निर्देश दिए गए थे कि लापरवाही की स्थिति में दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। उप जिलाधिकारी सदर/निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी की रिपोर्ट के आधार पर विधानसभा 62-दादरी क्षेत्र में 32 बीएलओ और 1 सुपरवाइजर के खिलाफ कार्रवाई की गई। आरोप है कि इन कर्मचारियों ने एसआईआर के कार्य को गंभीरता से नहीं लिया और उच्च अधिकारियों के निर्देशों की अवहेलना की। संबंधित अधिकारियों के खिलाफ थाना ईकोटेक, ग्रेटर नोएडा में एफआईआर दर्ज कराई गई। विधानसभा 61-नोएडा में 11 बीएलओ और 6 सुपरवाइजर पर भी मामला दर्ज हुआ है।
इसी प्रकार उप जिलाधिकारी दादरी/निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी ने विधानसभा 61-नोएडा क्षेत्र में लापरवाही और उदासीनता बरतने वाले 11 बीएलओ और 6 सुपरवाइजर के खिलाफ थाना दादरी में एफआईआर दर्ज कराई। उप जिलाधिकारी जेवर/निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी की रिपोर्ट के आधार पर विधानसभा 63-जेवर के 17 बीएलओ के खिलाफ भी थाना जेवर में प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराई गई। इन पर कार्य में गैर-गंभीरता, मार्गदर्शिका का पालन न करने और आदेशों की अवहेलना के आरोप लगाए गए हैं।
सूत्रों के अनुसार, प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि एसआईआर कार्य को समयबद्ध रूप से पूरा करना अनिवार्य है और किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि मतदाता सूची लोकतंत्र की नींव है, इसलिए इसकी शुद्धता सुनिश्चित करना सभी अधिकारियों का दायित्व है।