क्या कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर की कानून व्यवस्था और मजबूत होगी? 14 नए पीआरवी वाहनों को दिखाई गई हरी झंडी

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क्या कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर की कानून व्यवस्था और मजबूत होगी? 14 नए पीआरवी वाहनों को दिखाई गई हरी झंडी

सारांश

गौतमबुद्धनगर पुलिस ने कानून व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए 14 नए पीआरवी वाहनों का बेड़ा शामिल किया है। इन वाहनों की तैनाती से पुलिस की प्रतिक्रिया क्षमता में सुधार होगा, जो जनसंख्या घनत्व वाले क्षेत्रों में सुरक्षा को और बढ़ाएगा। जानिए इस महत्वपूर्ण पहल के बारे में।

Key Takeaways

  • 14 नए पीआरवी वाहन शामिल किए गए हैं।
  • इन वाहनों से रिस्पांस टाइम में सुधार होगा।
  • जनसंख्या घनत्व वाले क्षेत्रों में तैनाती की जाएगी।
  • आपात स्थितियों में तेजी से मदद मिल सकेगी।
  • पुलिस की दृश्य उपस्थिति बढ़ेगी।

नोएडा, 11 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। गौतमबुद्धनगर पुलिस कमिश्नरेट ने कानून व्यवस्था को और अधिक मजबूत बनाने और पुलिस की प्रतिक्रिया क्षमता को बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने गुरुवार को सेक्टर-108 स्थित पुलिस आयुक्त कार्यालय से कुल 14 नए पीआरवी (पुलिस रिस्पांस व्हीकल) वाहनों को हरी झंडी दिखाकर शामिल किया। ये सभी वाहन डायल-112 सेवा के तहत विभिन्न थाना क्षेत्रों में तैनात किए जाएंगे, जिससे पुलिस रिस्पॉन्स टाइम में उल्लेखनीय सुधार की उम्मीद है।

पुलिस कमिश्नरेट के अनुसार, नए पीआरवी वाहनों की तैनाती उन क्षेत्रों में की जा रही है जहां जनसंख्या घनत्व अधिक है या घटनाओं पर त्वरित प्रतिक्रिया की आवश्यकता होती है। इन 14 वाहनों को विभिन्न थानों के पुराने बेड़े में शामिल करते हुए पुनर्व्यवस्थित किया गया है। सेक्टर-39 थाना क्षेत्र को 2, फेस-3 को 2, सेक्टर-63 को 1, बिसरख को 2, इकोटेक-3 को 1, सूरजपुर को 2, दनकौर को 1 और जेवर को 3 अतिरिक्त पीआरवी वाहन आवंटित किए गए हैं। इससे न केवल पुलिस की क्षेत्र में दृश्य उपस्थिति बढ़ेगी, बल्कि आमजन को सुरक्षा का और अधिक भरोसा भी मिलेगा।

अधिकारियों का कहना है कि इन आधुनिक पीआरवी वाहनों के जुड़ने से पुलिस का नेटवर्क और भी मजबूत होगा। आपात स्थितियों—जैसे कि दुर्घटनाएं, झगड़े, मेडिकल इमरजेंसी या अन्य आकस्मिक घटनाओं—में पुलिस टीमें कम समय में मौके पर पहुंचकर मदद प्रदान कर सकेंगी। यह कदम पुलिस कमिश्नरेट की उस रणनीति का हिस्सा है, जिसके तहत लगातार आधुनिक तकनीक, नए संसाधनों और बेहतर वाहनों के माध्यम से पुलिसिंग को उन्नत किया जा रहा है।

इस मौके पर अपर पुलिस आयुक्त कानून एवं व्यवस्था डॉ. राजीव नारायण मिश्र, डीसीपी ट्रैफिक प्रवीण रंजन सिंह, डीसीपी रिजर्व पुलिस लाइन्स शैलेन्द्र कुमार सिंह, एडीसीपी ट्रैफिक मनीषा सिंह और स्टाफ ऑफिसर प्रशाली गंगवार सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

Point of View

बल्कि नागरिकों को भी सुरक्षा का एहसास कराएगी। जब पुलिस प्रतिक्रिया समय में सुधार करती है, तो इसका सीधा लाभ समुदाय को मिलता है। यह एक महत्वपूर्ण रणनीति है जो पुलिसिंग को आधुनिक बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
NationPress
11/12/2025

Frequently Asked Questions

नए पीआरवी वाहनों की तैनाती का उद्देश्य क्या है?
नए पीआरवी वाहनों की तैनाती का मुख्य उद्देश्य कानून व्यवस्था को मजबूत करना और पुलिस की प्रतिक्रिया समय में सुधार करना है।
कितने नए पीआरवी वाहन शामिल किए गए हैं?
कुल 14 नए पीआरवी वाहनों को पुलिस बेड़े में शामिल किया गया है।
ये वाहन किन क्षेत्रों में तैनात किए जाएंगे?
ये वाहन जनसंख्या घनत्व वाले क्षेत्रों में और विभिन्न थाना क्षेत्रों में तैनात किए जाएंगे।
इन वाहनों से पुलिस की क्या क्षमता बढ़ेगी?
इन वाहनों के जुड़ने से पुलिस की प्रतिक्रिया समय में सुधार होगा और आपात स्थितियों में तेजी से सहायता प्रदान की जा सकेगी।
इस पहल में कौन-कौन से अधिकारी शामिल थे?
इस पहल में अपर पुलिस आयुक्त, डीसीपी ट्रैफिक, और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे।
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