क्या गौतमबुद्धनगर पुलिस ने यूपी 112 रेस्पॉन्स टाइम में प्रदेश में दूसरा स्थान हासिल किया?

सारांश
Key Takeaways
- गौतमबुद्धनगर पुलिस ने यूपी-112 में दूसरा स्थान प्राप्त किया।
- औसत रेस्पॉन्स टाइम 3 मिनट 24 सेकंड है।
- पुलिस की रणनीति में रूट चार्ट की समीक्षा शामिल है।
- जनसेवा के प्रति पुलिस की प्रतिबद्धता है।
- भविष्य में सहायता के प्रयास जारी रहेंगे।
गौतमबुद्धनगर, 1 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। नागरिकों को त्वरित सहायता प्रदान करने के लिए यूपी-112 सेवा पर निरंतर ध्यान देने का जो प्रयास गौतमबुद्धनगर पुलिस द्वारा किया जा रहा है, वह एक बार फिर सफल रहा है।
पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह के नेतृत्व में तथा पुलिस उपायुक्त यातायात और नोडल अधिकारी यूपी-112 के मार्गदर्शन में कार्यरत पीआरवी वाहनों ने सितंबर में पूरे उत्तर प्रदेश में रेस्पॉन्स टाइम के मामले में दूसरा स्थान प्राप्त किया है।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, सितंबर में कमिश्नरेट क्षेत्र में संचालित यूपी-112 के पीआरवी वाहनों को कुल 29,506 सूचनाएं मिलीं। इन सभी कॉल्स पर त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस टीमों ने औसतन 3 मिनट 24 सेकंड के भीतर मौके पर पहुंचकर सहायता प्रदान की। इसके अलावा, लखनऊ स्थित पुलिस मुख्यालय द्वारा भी गौतमबुद्धनगर की पीआरवी टीमों को तीन बार “पीआरवी ऑफ द डे” जैसे सम्मान से नवाजा गया।
रेस्पॉन्स टाइम में सुधार के पीछे पुलिस की रणनीति भी महत्वपूर्ण रही। अधिकारियों द्वारा समय-समय पर रूट चार्ट की समीक्षा की जाती है और जिन क्षेत्रों से अधिक कॉल्स प्राप्त होते हैं, वहां पीआरवी वाहनों की संख्या बढ़ाई जाती है तथा गश्त के समय को भी बढ़ाया जाता है। इस क्रमबद्ध योजना के चलते कॉलर को जल्दी सहायता मिलती है और आपात स्थितियों में बड़ा नुकसान होने से बचाया जाता है।
गौतमबुद्धनगर पुलिस ने स्पष्ट किया है कि यह उपलब्धि केवल एक लक्ष्य नहीं, बल्कि “जनसेवा के प्रति प्रतिबद्धता” का प्रतीक है। कमिश्नरेट पुलिस ने यह भी आश्वासन दिया कि भविष्य में भी सभी नागरिकों को समय पर और प्रभावी सहायता पहुंचाने के प्रयास निरंतर जारी रहेंगे।