करूर भगदड़ के बाद टीवीके ने 'जनसंपर्क कार्यक्रम' को दो सप्ताह के लिए स्थगित किया?

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करूर भगदड़ के बाद टीवीके ने 'जनसंपर्क कार्यक्रम' को दो सप्ताह के लिए स्थगित किया?

सारांश

करूर में हुई भगदड़ ने 41 लोगों की जान ले ली। इस घटना के बाद टीवीके ने अपने जनसंपर्क कार्यक्रमों को स्थगित कर दिया है। यह कदम राजनीतिक स्थिरता और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है।

Key Takeaways

  • 41 लोगों की मौत हुई है।
  • पार्टी ने कार्यक्रम स्थगित किए हैं।
  • भीड़ प्रबंधन पर सवाल उठे हैं।
  • जांच आयोग का गठन किया गया है।
  • राजनीतिक स्थिरता की आवश्यकता है।

चेन्नई, 1 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। करूर में तमिलगा वेत्री कजगम (टीवीके) की जनसभा में हुई भयावह भगदड़ में 41 लोगों की जान गई। इस घटना के बाद अभिनेता से नेता बने विजय की पार्टी ने बुधवार को यह घोषणा की कि अगले दो सप्ताह में उनके सभी आगामी जनसंपर्क कार्यक्रम 'अस्थायी रूप से स्थगित' रहेंगे।

यह निर्णय 27 सितंबर को करूर में विजय के जनसंपर्क कार्यक्रम के दौरान हुई इस त्रासदी के बाद पूरे तमिलनाडु में बढ़ते सदमे और शोक के मद्देनजर लिया गया है। करूर सभा के दौरान उस समय अफरातफरी मच गई जब भीड़ क्षमता से अधिक बढ़ गई। इस घटना में 60 से अधिक लोग घायल हो गए। विजय का यह जनसंपर्क कार्यक्रम दरअसल 2026 के विधानसभा चुनावों से पहले उनके अभियान का हिस्सा है।

पार्टी की आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल पर एक पोस्ट में करूर हादसे में जान गंवाने वालों के प्रति गहरा दुख और खेद प्रकट किया गया है। बयान में कहा गया, "हम अपने 41 साथियों की मृत्यु पर शोक में हैं। इस स्थिति में, हमारे नेता (विजय) के अगले दो सप्ताह के 'जनता से मिलिए' कार्यक्रम अस्थायी रूप से स्थगित किए जा रहे हैं। कार्यक्रम के संशोधित अपडेट बाद में घोषित किए जाएंगे।"

विजय की 'जनसंपर्क' पहल शुरू से ही हर शनिवार को अधिक संख्या में समर्थकों की भीड़ को आकर्षित कर रही थी, जिसमें तिरुचिरापल्ली, नमक्कल और हाल ही में करूर में कार्यक्रम शामिल थे। इस कार्यक्रम को टीवीके नेता के राजनीतिक पदार्पण में महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है, जिसका लक्ष्य जमीनी स्तर पर उनके जुड़ाव को मजबूत करना और चुनावी मुकाबले से पहले समर्थकों में जोश भरना है।

हालांकि, करूर त्रासदी के बाद पार्टी कड़ी आलोचनाओं का सामना कर रही है। भीड़ प्रबंधन, आयोजन स्थल की सुरक्षा और पुलिस तैनाती को लेकर प्रश्न उठाए गए हैं, जबकि राजनीतिक विरोधियों ने जवाबदेही की मांग की है।

राज्य सरकार ने इस घटना की जांच के लिए सेवानिवृत्त न्यायाधीश अरुणा जगदीशन के नेतृत्व में एक सदस्यीय जांच आयोग का गठन किया है। पार्टी के अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि नेतृत्व सार्वजनिक कार्यक्रमों को फिर से शुरू करने से पहले सुरक्षा प्रोटोकॉल और कार्यक्रम की व्यवस्था की समीक्षा करेगा।

Point of View

बल्कि पूरे राज्य में शोक और सदमे का माहौल बना दिया है। सरकार को चाहिए कि वह इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति से बचने के लिए ठोस कदम उठाए। यह समय है जब सभी नेताओं को सुरक्षा मानकों का पालन सुनिश्चित करना चाहिए।
NationPress
01/10/2025

Frequently Asked Questions

भाई भगदड़ क्यों हुई?
भाई भगदड़ उस समय हुई जब भीड़ क्षमता से अधिक बढ़ गई, जिससे अफरा-तफरी मच गई।
टीवीके ने कार्यक्रम क्यों स्थगित किए?
टीवीके ने करूर त्रासदी के बाद शोक और सुरक्षा कारणों से अपने सभी जनसंपर्क कार्यक्रमों को स्थगित किया है।
क्या सरकार ने कोई कार्रवाई की है?
हाँ, राज्य सरकार ने इस घटना की जांच के लिए एक सदस्यीय जांच आयोग का गठन किया है।