क्या घाना में पीएम मोदी का सम्‍मान उनकी वैश्विक लोकप्रियता को दर्शाता है? : संजय उपाध्याय

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क्या घाना में पीएम मोदी का सम्‍मान उनकी वैश्विक लोकप्रियता को दर्शाता है? : संजय उपाध्याय

सारांश

घाना में पीएम मोदी के सम्मान पर संजय उपाध्याय की प्रतिक्रिया ने उनकी वैश्विक लोकप्रियता को उजागर किया है। जानिए इस सम्मान का क्या अर्थ है और इससे भारत को कैसे लाभ हो सकता है।

Key Takeaways

  • पीएम मोदी को घाना में सम्मानित किया गया।
  • यह सम्मान पूरे भारत का है।
  • भाषा जोड़ने का माध्यम है, न कि अलग करने का।
  • संजय उपाध्याय ने राहुल गांधी के बयान पर सवाल उठाए।
  • दुष्कर्म की निंदा की गई और सख्त सजा की मांग की गई।

मुंबई, 3 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। घाना में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ऑफिसर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार ऑफ घाना’ से नवाजा गया। इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा विधायक संजय उपाध्याय ने कहा कि यह सम्‍मान पूरे भारत को मिला है और यह पीएम की वैश्विक लोकप्रियता को दर्शाता है।

संजय उपाध्याय ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बात करते हुए कहा, “यह सिर्फ एक व्यक्ति को नहीं, बल्कि पूरे भारत को मिला सम्मान है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अब तक 30 से अधिक देशों द्वारा सम्मानित किया जा चुका है। इतनी बड़ी संख्या में सम्मान पाने वाले वह पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं, जो उनकी वैश्विक लोकप्रियता और प्रभाव को दर्शाता है। घाना के राष्ट्रपति द्वारा उन्हें सम्मानित करना हम सभी भारतीयों के लिए गर्व की बात है। मैं उन्हें हार्दिक बधाई देता हूं।”

हिंदी भाषा विवाद पर उपाध्याय ने कहा कि भाषा लोगों को जोड़ने का माध्यम है, अलग करने का नहीं। मराठी और हिंदी दोनों हमारी सांस्कृतिक धरोहर हैं। लेकिन, चुनाव नजदीक आते ही कुछ लोग माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि राजनीतिक लाभ मिल सके। महाराष्ट्र की जनता समझदार है, और वह ऐसे लोगों को आगामी चुनाव में जवाब देगी।

वहीं, राहुल गांधी के द्वारा वोटर लिस्ट पुनरीक्षण पर सवाल उठाने पर उन्होंने कहा, “लोकसभा चुनाव में जब राहुल गांधी जीतते हैं तो चुनाव आयोग सही लगता है, लेकिन जब हार होती है तो ईवीएम, वोटर लिस्ट और चुनाव आयोग पर सवाल उठाए जाते हैं। यह दोहरा रवैया बंद होना चाहिए। उन्हें आत्ममंथन करने की जरूरत है। उन्हें जनता की भावनाओं को समझना चाहिए, न कि बेवजह आरोप लगाना चाहिए।”

पुणे डिलीवरी बॉय दुष्कर्म मामले की संजय उपाध्याय ने निंदा की और कहा, “दुष्कर्म किसी भी व्यक्ति की मानसिक विकृति को दर्शाता है। ऐसे अपराधियों को जल्द से जल्द सजा मिलनी चाहिए। इस मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में लाकर दोषियों को फांसी की सजा दी जानी चाहिए, ताकि यह एक सख्त संदेश जा सके।”

Point of View

बल्कि भारत की संस्कृति और पहचान का प्रतीक है। संजय उपाध्याय के विचारों से यह स्पष्ट होता है कि भाषा और संस्कृति की विविधता में एकता जरूरी है। ऐसे विचार से हम सभी को आगे बढ़ने का मार्गदर्शन मिलता है।
NationPress
21/07/2025

Frequently Asked Questions

घाना में पीएम मोदी को किस सम्मान से नवाजा गया?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घाना में 'ऑफिसर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार ऑफ घाना' से सम्मानित किया गया।
संजय उपाध्याय ने इस सम्मान पर क्या कहा?
संजय उपाध्याय ने कहा कि यह सम्‍मान पूरे भारत को मिला है और यह पीएम की वैश्विक लोकप्रियता को दर्शाता है।
क्या संजय उपाध्याय ने हिंदी भाषा विवाद पर कुछ कहा?
उपाध्याय ने कहा कि भाषा जोड़ने का माध्यम है, न कि अलग करने का।