क्या झारखंड के गिरिडीह में बंदूक बनाने की अवैध फैक्ट्री पकड़ी गई? छह गिरफ्तार
सारांश
Key Takeaways
- गिरिडीह में अवैध हथियारों का उत्पादन
- छह कारीगरों की गिरफ्तारी
- पुलिस और STF की संयुक्त कार्रवाई
- अवैध हथियारों की सप्लाई का नेटवर्क
- गुप्त तरीके से चल रही फैक्ट्री
गिरिडीह, 20 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड के गिरिडीह जिले की पुलिस और बिहार एसटीएफ की संयुक्त टीम ने एक महत्वपूर्ण कार्रवाई करते हुए गांडेय थाना क्षेत्र के मंडरडीह गांव में चल रही एक मिनी गन फैक्ट्री का पर्दाफाश किया है।
टीम ने मौके से हथियार बनाने वाले छह कारीगरों को गिरफ्तार किया है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, छापेमारी के दौरान फैक्ट्री से बड़ी संख्या में तैयार और अर्धनिर्मित हथियार बरामद किए गए हैं। इनमें देशी कट्टे, रिवॉल्वर, पिस्टल के पार्ट्स और कई प्रकार के हथियारों के बैरल एवं कैलिबर सामग्री शामिल हैं।
टीम को मौके पर कई मशीनें भी मिली हैं, जिनका उपयोग हथियार निर्माण में किया जा रहा था। पुलिस का कहना है कि यह फैक्ट्री संगठित तरीके से बड़े पैमाने पर अवैध हथियारों का उत्पादन कर रही थी।
अधिकारियों के अनुसार, प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि यह अवैध इकाई काफी समय से इलाके में सक्रिय थी और तैयार हथियारों की सप्लाई झारखंड के कई जिलों के अलावा पड़ोसी राज्य बिहार में भी की जा रही थी। पुलिस को संदेह है कि इस नेटवर्क के तार आपराधिक गिरोहों और अंतरराज्यीय सप्लायर्स से भी जुड़े हो सकते हैं।
गिरफ्तार किए गए सभी छह कारीगर हथियार निर्माण में दक्ष बताए जा रहे हैं। संभावना जताई गई है कि इनके साथ काम करने वाले और भी लोग हैं, जो सप्लाई और फंडिंग के स्तर पर जुड़े हुए हैं। टीम अब इन सभी पहलुओं की विस्तृत जांच कर रही है।
गिरिडीह एसपी डॉ. विमल कुमार ने बताया कि मिनी गन फैक्ट्री का संचालन अत्यंत गुप्त तरीके से किया जा रहा था। यह फैक्ट्री ग्रामीण इलाके की एक बंद पड़ी संरचना में स्थापित की गई थी ताकि किसी को भी इसकी गतिविधियों का अंदाजा न लगे। अधिकारियों का कहना है कि जांच के बाद इस नेटवर्क की पूरी श्रृंखला का खुलासा होने की उम्मीद है।