क्या तेजस्वी यादव की पत्नी मतदाता बनीं? गिरिराज सिंह ने उठाए गंभीर सवाल

सारांश
Key Takeaways
- गिरिराज सिंह ने तेजस्वी यादव की पत्नी के वोटर लिस्ट में नाम को लेकर सवाल उठाए।
- जांच की मांग की गई कि राजश्री मतदाता कैसे बनीं।
- विपक्ष पर आरोप लगाया गया कि वे असली नागरिकों की जगह अवैध नागरिकों से मतदान करवाना चाहते हैं।
पटना, 8 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। बिहार की मतदाता सूची को लेकर उठे विवाद के बीच केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने तेजस्वी यादव पर गंभीर आरोप लगाए हैं। मंगलवार को गिरिराज सिंह ने पटना में प्रेस से बात करते हुए तेजस्वी यादव की पत्नी के वोटर लिस्ट में नाम जोड़ने पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा, "राजश्री कैसे मतदाता बनीं? इसकी जांच होनी चाहिए।"
गिरिराज सिंह ने कहा, "तेजस्वी यादव खुद को समाजवादी कहते हैं, लेकिन यह किस प्रकार का पाखंड है? उन्होंने अपनी पत्नी का नाम क्यों बदला? क्या ईसाई होना गुनाह है?"
इस दौरान गिरिराज सिंह ने जांच की मांग करते हुए कहा, "क्या यह नागरिकता प्रमाण पत्र पर आधारित है?"
गिरिराज सिंह ने कहा, "तेजस्वी यादव आधार कार्ड पर सवाल उठा रहे हैं, जबकि आधार पर लिखा होता है कि यह नागरिकता का प्रमाण नहीं है। यह समझना आवश्यक है कि जो नागरिक हैं, वही वोटर होंगे। डर किसको है? क्या घुसपैठियों को भारत का नागरिक होना चाहिए?"
उन्होंने आरोप लगाया, "विपक्ष के लोग अवैध नागरिकों से मतदान कराना चाहते हैं।" उन्होंने पूछा, "क्या रोहिंग्याओं को भारत का नागरिक होना चाहिए?"
गिरिराज सिंह ने आगे कहा, "राहुल गांधी या तेजस्वी यादव चिल्लाएं, यह काम पहले ही किया जाना चाहिए था। बिहार में हर 10 साल में चुनाव आयोग को मतदाता सूची की विशेष पुनरीक्षण करनी चाहिए।"
साथ ही गिरिराज सिंह ने कहा, "भारतीय मुसलमान दुनिया में सबसे सुरक्षित हैं। लेकिन जो लोग घुसपैठियों को संरक्षण दे रहे हैं, वे देश के खिलाफ गद्दारी कर रहे हैं।"