क्या गोवा रेस्टोरेंट अग्निकांड मामले में लूथरा भाई दिल्ली लौट रहे हैं?
सारांश
Key Takeaways
- सौरभ और गौरव लूथरा की गिरफ्तारी प्रक्रिया तेज हो रही है।
- नाइटक्लब अग्निकांड में 25 लोगों की मौत हुई।
- पुलिस ने दस्तावेज प्रस्तुत कर आरोपों का खंडन किया।
- अग्निकांड के बाद सुरक्षा मानकों पर सवाल उठ रहे हैं।
- इस मामले की जांच में कई अधिकारी शामिल हैं।
नई दिल्ली, 15 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। गोवा पुलिस ने पुष्टि की है कि बिर्च बाय रोमियो लेन नाइटक्लब के मालिक सौरभ और गौरव लूथरा मंगलवार को थाईलैंड से दिल्ली पहुंच सकते हैं। दिल्ली पहुंचते ही, दोनों भाइयों को गोवा पुलिस द्वारा हिरासत में लिया जाएगा।
थाईलैंड के अधिकारियों ने भारतीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों के अनुरोध पर लूथरा भाइयों के खिलाफ जारी किए गए इंटरपोल ब्लू कॉर्नर नोटिस के आधार पर उन्हें हिरासत में लिया था।
हिरासत के बाद, दोनों को ट्रांजिट रिमांड के लिए दिल्ली की अदालत में पेश किया जाएगा, ताकि उन्हें नाइटक्लब में लगी भीषण आग की जांच के लिए गोवा लाया जा सके।
जांच के तहत, पुलिस आबकारी विभाग के अधिकारियों के बयान ले रही है।
इससे पहले, दिल्ली की एक अदालत ने गौरव और सौरभ लूथरा की अग्रिम जमानत याचिकाएं खारिज कर दीं।
सुनवाई के दौरान, गोवा पुलिस के वकील अभिनव मुखर्जी ने यह कहा कि भाइयों ने कारोबार में अपनी कम भागीदारी का झूठा दावा किया और कहा कि उनकी विदेश यात्रा पहले से निर्धारित थी।
हालांकि, पुलिस ने इन दावों का खंडन करने के लिए कोर्ट में कई दस्तावेज पेश किए, जिनमें सौरभ लूथरा द्वारा दायर एफएसएसएआई आवेदन, पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड आवेदन और जीएसटी रिकॉर्ड शामिल थे, जिनमें दोनों भाइयों और अजय गुप्ता को कारोबार में साझेदार के रूप में सूचीबद्ध किया गया था।
लाइसेंस एग्रीमेंट को भी सबूत के रूप में पेश किया गया ताकि यह प्रदर्शित किया जा सके कि भाइयों के पास उस स्थान को चलाने की अनुमति नहीं थी।
अभियोजन पक्ष ने आगे कहा कि दोनों भाइयों ने आग लगने के तुरंत बाद, सुबह करीब 1.15 बजे की उड़ान बुक की और सुबह 5 बजे थाईलैंड के लिए निकल गए, जिसे गिरफ्तारी से बचने की कोशिश के रूप में देखा गया।
जांचकर्ताओं ने कहा कि लूथरा भाई नाइटक्लब में आग लगने की घटना के तुरंत बाद थाईलैंड चले गए, जिसमें 7 दिसंबर की सुबह 25 लोगों की जान गई थी।
अरपोरा नदी के बैकवाटर के पास स्थित इस क्लब में लगी भीषण आग में 25 लोगों की मृत्यु हो गई, जिसमें चार पर्यटक और 14 स्टाफ सदस्य शामिल थे।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, क्लब में आने-जाने का रास्ता बहुत संकरा था। यह आग 7 दिसंबर की सुबह बागा क्षेत्र में स्थित क्लब में लगी, जो गोवा के सबसे अधिक भीड़भाड़ वाले समुद्र तटों में से एक के पास स्थित है।