क्या गोवा में हुए दर्दनाक हादसे के बाद नोएडा में रेस्टोरेंट-बार की जांच सख्त हुई?
सारांश
Key Takeaways
- सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए पुलिस ने संयुक्त टीम बनाई है।
- 163 रेस्टोरेंट-बार का गहन निरीक्षण किया जा रहा है।
- त्योहारों के दौरान सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाएगी।
नोएडा, 8 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। हाल ही में गोवा में घटित एक दर्दनाक घटना के बाद, गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने जिले के सभी रेस्टोरेंट और बार पर कड़ी निगरानी रखने का निर्णय लिया है। इस संदर्भ में, पुलिस कमिश्नर ने एक संयुक्त टीम का गठन किया है, जिसमें बिजली विभाग, अग्निशामक विभाग और आबकारी विभाग के अधिकारी शामिल हैं। यह टीमें शहर में स्थित कुल 163 रेस्टोरेंट-बार का गहन निरीक्षण कर रही हैं।
इस संयुक्त कार्यवाही का मुख्य उद्देश्य आगामी त्योहारों—क्रिसमस (25 दिसंबर) और नए साल (1 जनवरी)—के पहले सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करना है, ताकि किसी भी प्रकार की लापरवाही या दुर्घटना की संभावना को समय पर रोका जा सके। निरीक्षण के दौरान फायर फाइटिंग उपकरणों की उपलब्धता और कार्यक्षमता, इमरजेंसी एग्जिट, एंट्री पॉइंट, फायर अलार्म और स्मोक डिटेक्टर जैसी सुरक्षा व्यवस्थाओं का मूल्यांकन किया जा रहा है। इसके साथ ही, सभी बार और रेस्टोरेंट की इलेक्ट्रिक वायरिंग, लोड प्रबंधन और बिजली कनेक्शन के सुरक्षा मानकों की बारीकी से जांच की जा रही है।
मुख्य अग्निशामक अधिकारी (सीएफओ) ने स्पष्ट किया है कि नोएडा में फायर से संबंधित नियम अत्यंत सख्त हैं और किसी भी स्थिति में टेंट में बार या रेस्टोरेंट संचालन की अनुमति नहीं दी जाती। उन्होंने बताया कि यदि किसी स्थान पर नियमों की उल्लंघना होती है तो संचालकों को नोटिस भेजा जाएगा और आवश्यकतानुसार दंडात्मक कार्रवाई भी की जाएगी। जिन बार संचालकों द्वारा निरीक्षण में लापरवाही बरती जाती है या नियमों का पालन नहीं किया जाता, उनके खिलाफ लाइसेंस निरस्तीकरण की कार्रवाई भी की जा सकती है।
आबकारी विभाग की टीम एनओसी, लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन से संबंधित सभी दस्तावेजों की गहन जांच कर रही है। क्रिसमस और नए साल के जश्न के दौरान भीड़ बढ़ने की आशंका को देखते हुए अधिकारियों ने बार संचालकों को पहले ही सुरक्षा मानकों के पालन के प्रति जागरूक करना शुरू कर दिया है।
इसके अतिरिक्त, इलेक्ट्रिक फायर क्रैकर्स के उपयोग पर विशेष ध्यान देते हुए संचालकों से अनुरोध किया जा रहा है कि किसी भी प्रकार के इलेक्ट्रिक पटाखों का उपयोग न करें, क्योंकि इससे आग लगने का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। प्रशासन का कहना है कि सुरक्षा में किसी भी प्रकार की चूक बर्दाश्त नहीं की जाएगी और त्योहारों के दौरान नागरिकों की सुरक्षा सर्वोपरि रहेगी।