क्या गोवा नाइट क्लब अग्निकांड में झारखंड के तीन युवकों की मौत ने गांवों में मातम फैला दिया?
सारांश
Key Takeaways
- गोवा में आग लगने की घटना ने 25 लोगों की जान ली।
- झारखंड के तीन युवक इस हादसे में शामिल थे।
- परिवारों में शोक का माहौल है।
- मुख्यमंत्री ने जांच के आदेश दिए हैं।
- घटना ने सुरक्षा मानकों की आवश्यकता को उजागर किया है।
रांची, 7 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। गोवा के अरपोरा क्षेत्र में स्थित रोमियो ब्रेसलैंड नाइट क्लब में शनिवार रात लगी भीषण आग में झारखंड के तीन युवक भी अपनी जान गंवा बैठे। रविवार सुबह जैसे ही यह खबर गांवों में पहुंची, वहाँ शोक का माहौल छा गया। इस हादसे में कुल 25 लोगों की जान गई है।
जानकारी के अनुसार, मृतकों में रांची जिले के लापुंग थाना क्षेत्र के फतेहपुर निवासी दो भाई, प्रदीप महतो (24) और विनोद महतो (22), तथा खूंटी जिले के कर्रा प्रखंड के गोविंदपुर निवासी मोहित मुंडा (22) शामिल हैं। ये तीनों युवक रोजगार के लिए गोवा में थे और नाइट क्लब में कार्यरत थे। फतेहपुर और गोविंदपुर में हादसे की सूचना फैलते ही चीख-पुकार मच गई।
प्रदीप और विनोद के पिता धनेश्वर महतो तथा अन्य परिजन बार-बार बेहोश हो रहे हैं। गोविंदपुर में मोहित के परिवार के सदस्य भी रो-रोकर बेहाल हैं। घटना की सूचना मिलने के बाद गोवा में काम कर रहे झारखंड के अन्य युवक अस्पताल पहुंचे और शवों की पहचान में सहयोग किया। सभी शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
फिलहाल झारखंड सरकार ने इन मौतों की पुष्टि नहीं की है। स्थानीय लोगों के अनुसार, फतेहपुर और आस-पास के गांवों से कई युवा रोजगार की तलाश में गोवा गए थे। इस घटना के बाद वे दहशत में हैं और अपने परिजनों को लगातार जानकारी दे रहे हैं। बताया जा रहा है कि हादसे में जिन 25 लोगों की मृत्यु हुई है, उनमें से अधिकांश नाइट क्लब के कर्मचारी थे।
इनमें क्लब की रसोई में काम करने वाले युवक और तीन महिलाएं भी शामिल हैं। आग लगने के समय क्लब परिसर में कई कर्मचारी और कुछ पर्यटक भी उपस्थित थे। हादसे की सूचना मिलने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री सावंत ने हादसे की जांच के आदेश दिए हैं। पोस्टमार्टम और औपचारिक कार्रवाई पूरी होने के बाद झारखंड के तीनों युवकों के शवों को यहाँ भेजे जाने की संभावना है।