क्या झारखंड में 'हूल दिवस' पर बवाल के दौरान दो लोग अवैध हथियारों के साथ गिरफ्तार हुए?

सारांश
Key Takeaways
- गोड्डा जिले में गिरफ्तारियाँ हुईं हैं।
- सुधीर कुमार और गणेश मंडल अवैध हथियारों के साथ पकड़े गए।
- इनका संबंध हूल दिवस के बवाल से है।
- पुलिस ने छापेमारी जारी रखी है।
- आगे की पूछताछ की योजना है।
गोड्डा, 1 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड के गोड्डा जिले की पुलिस ने पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के दो कथित नजदीकियों को नगर थाना क्षेत्र में तीन अवैध हथियारों और गोलियों के साथ गिरफ्तार किया है। इनका नाम सुधीर कुमार और गणेश मंडल है। पुलिस का दावा है कि ये दोनों साहिबगंज के भोगनाडीह गांव में 30 जून को हुए बवाल का षड्यंत्र रचने में शामिल थे।
गोड्डा के एसपी मुकेश कुमार ने मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि ये दोनों जमशेदपुर में रहते हैं। पूछताछ में यह भी सामने आया कि सुधीर कुमार पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन का सोशल मीडिया हैंडल चला रहे हैं। हालांकि, इसकी पुष्टि अभी बाकी है।
जानकारी के अनुसार, ये लोग साहिबगंज, बरहेट और बोरियो क्षेत्रों में 20 जून से सक्रिय थे। इन्होंने स्थानीय लोगों के बीच धोती-साड़ी, पैसे और हथियार बांटे थे। इनका उद्देश्य राजकीय कार्यक्रम में बाधा डालना और लोगों को भड़काना था। 30 जून को हुए हंगामे के संदर्भ में साहिबगंज जिले की पुलिस ने एक एफआईआर भी दर्ज की है।
गोड्डा एसपी के अनुसार, साहिबगंज जिले के एसपी से मिली सूचना पर यह कार्रवाई की गई कि भोगनाडीह में आयोजित राजकीय कार्यक्रम में गड़बड़ी फैलाने वाले कुछ आरोपी गोड्डा की तरफ भाग रहे हैं। इस सूचना के आधार पर गोड्डा जिले की विभिन्न थाना क्षेत्रों की पुलिस ने घेराबंदी कर इन्हें गिरफ्तार किया। इनके पास से हथियारों के साथ कुछ साड़ी-धोती भी मिली हैं। इनके साथ चार-पांच अन्य लोग भी थे, जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। पुलिस ने सुधीर कुमार और गणेश मंडल के मोबाइल का कॉल डिटेल रिकॉर्ड और डेटा भी खंगालने का कार्य प्रारंभ कर दिया है। गोड्डा के एसपी ने बताया कि आवश्यकता पड़ने पर दोनों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी।