क्या ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने सड़क किनारे कूड़ा फेंकने पर 1.13 लाख का जुर्माना लगाया?

सारांश
Key Takeaways
- ग्रेटर नोएडा में सड़क किनारे कूड़ा फेंकने पर 1.13 लाख का जुर्माना।
- स्वच्छता और हरितता के लिए नागरिकों का सहयोग आवश्यक।
- सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट रूल्स का पालन करना अनिवार्य।
- सिंगल यूज प्लास्टिक के खिलाफ जागरूकता अभियान।
- भविष्य में सख्त कार्रवाई का आश्वासन।
ग्रेटर नोएडा, 8 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाए रखने के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण लगातार सख्त कदम उठा रहा है। इसी दिशा में सड़क किनारे कूड़ा फेंकने के मामले में प्राधिकरण के स्वास्थ्य विभाग ने एक कंपनी पर 1.13 लाख रुपए का भारी जुर्माना लगाया है। यह कार्रवाई सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट रूल्स, 2016 के उल्लंघन के तहत की गई है।
स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ प्रबंधक चेतराम सिंह ने जानकारी दी कि विभाग के सहायक प्रबंधक गौरव बघेल के नेतृत्व में टीम ने साइट-4 क्षेत्र में निरीक्षण अभियान चलाया। इस दौरान सड़क किनारे काफी मात्रा में कूड़ा जमा मिला। जांच के दौरान प्राप्त साक्ष्यों से स्पष्ट हुआ कि यह कचरा यूपीसीडा के सेक्टर साइट-4 स्थित कंपनी डी-66 की ओर से फेंका गया था। नियमों का उल्लंघन करने के कारण कंपनी पर 1.13 लाख का जुर्माना लगाया गया है।
उन्होंने यह भी बताया कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की एसीईओ श्रीलक्ष्मी वीएस के निर्देश पर न केवल कूड़ा फेंकने वालों पर कार्रवाई की जा रही है, बल्कि लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है। इसी कड़ी में बुधवार को ग्राम ऐच्छर मार्केट में सिंगल यूज प्लास्टिक के खिलाफ अभियान चलाया गया।
इस अभियान के दौरान प्राधिकरण की स्वास्थ्य विभाग की टीम ने दुकानदारों को पॉलिथीन का उपयोग न करने की सलाह दी और पर्यावरण के अनुकूल विकल्प अपनाने के लिए प्रेरित किया। अभियान के दौरान टीम ने लगभग 18 किलोग्राम प्रतिबंधित पॉलिथीन जब्त की।
एसीईओ श्रीलक्ष्मी वीएस ने कहा कि ग्रेटर नोएडा को स्वच्छ, हरित और सुंदर शहर बनाने के लिए नागरिकों का सहयोग आवश्यक है। उन्होंने अपील की कि लोग सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग बंद करें और कूड़ा सड़क पर फेंकने के बजाय निर्धारित स्थान पर ही डालें।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने यह भी स्पष्ट किया है कि भविष्य में इस तरह के मामलों में और अधिक सख्त कार्रवाई की जाएगी। स्वच्छता अभियान के तहत बार-बार चेतावनी के बावजूद कचरा फैलाने या पॉलिथीन का उपयोग करने वालों पर आर्थिक दंड लगाया जाएगा।
प्राधिकरण का लक्ष्य शहर को 'स्वच्छ ग्रेटर नोएडा, सुंदर ग्रेटर नोएडा' बनाने का है, जिसके लिए प्रशासनिक कार्रवाई के साथ-साथ जागरूकता अभियान भी लगातार जारी रहेंगे।