क्या ग्रेटर नोएडा: यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो अंतरराष्ट्रीय व्यापार का प्रमुख मंच बनेगा, 25 सितंबर को शुरू होगा?

सारांश
Key Takeaways
- यूपीआईटीएस का तीसरा संस्करण 25 से 29 सितंबर को होगा।
- इस बार 5 लाख विजिटर्स आने की उम्मीद है।
- प्रदर्शकों की संख्या बढ़कर 2500 से अधिक होगी।
- रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया अब क्यूआर कोड आधारित मोबाइल ऐप से होगी।
- यह आयोजन यूपी को अंतरराष्ट्रीय व्यापार मानचित्र पर मजबूती से स्थापित करेगा।
लखनऊ, 12 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो (यूपीआईटीएस) ने महज तीन वर्षों में खुद को देश और दुनिया के व्यापार मानचित्र पर एक महत्वपूर्ण स्थान पर स्थापित कर लिया है। 2023 में पहले आयोजन से लेकर 2025 के तीसरे संस्करण तक, यह शो हर वर्ष आकार, प्रभाव और भागीदारी के मामले में और भी भव्य होता जा रहा है। प्रदर्शकों, विजिटर्स और विदेशी खरीदारों की लगातार बढ़ती संख्या इस बात का प्रमाण है कि यूपी अब निवेश, व्यापार और वैश्विक पहचान के नए केंद्र के रूप में उभर रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर शुरू हुए यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो का तीसरा संस्करण 25 से 29 सितंबर के बीच ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो मार्ट में आयोजित होने जा रहा है। यह केवल एक प्रदर्शनी नहीं है, बल्कि यह उत्तर प्रदेश की औद्योगिक, कृषि और सांस्कृतिक ताकत को दुनिया के सामने प्रस्तुत करने का एक मंच बन चुका है। हर वर्ष प्रदर्शकों, खरीदारों और विजिटर्स की बढ़ती संख्या यह दर्शाती है कि राज्य का औद्योगिक परिदृश्य किस प्रकार विस्तार पा रहा है।
उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो की शुरुआत वर्ष 2023 में हुई थी। इसका उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने किया था। यह आयोजन राज्य के उद्योग जगत के लिए एक ऐतिहासिक कदम साबित हुआ। इसमें लगभग 70 हजार बी2बी विजिटर्स शामिल हुए, जिनमें उद्योग और व्यापार जगत के बड़े नाम शामिल थे। 2.37 लाख बी2सी विजिटर्स ने घरेलू बाजार के प्रति गहरी दिलचस्पी दिखाई।
1914 प्रदर्शकों ने अपने उत्पादों और सेवाओं का प्रदर्शन किया। 400 से अधिक विदेशी खरीदारों ने अंतरराष्ट्रीय व्यापार के नए अवसरों की खोज की। इस पहले आयोजन ने यूपी के उत्पादों को वैश्विक मंच पर पहचान दिलाई और स्थानीय उद्यमियों को अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क से जोड़ने का अवसर प्रदान किया।
पहले संस्करण की सफलता ने 2024 के आयोजन को और बड़े पैमाने पर पेश करने की राह बनाई। तत्कालीन उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने इसका उद्घाटन किया। आंकड़े इस बात की पुष्टि करते हैं कि यूपीआईटीएस का प्रभाव और दायरा लगातार बढ़ रहा है।
इस दौरान बी2बी विजिटर्स की संख्या 1 लाख से अधिक रही। इसके अतिरिक्त, इस मेगा इवेंट में 350 से अधिक विदेशी खरीदार शामिल हुए, जिनकी उपस्थिति ने राज्य के कारोबार को और अधिक अंतरराष्ट्रीय अवसर दिए। दूसरे संस्करण ने यह साबित कर दिया कि यूपीआईटीएस अब केवल राष्ट्रीय नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय व्यापार का एक प्रमुख मंच बन चुका है।
अब 2025 का तीसरा संस्करण आयोजित होने जा रहा है और यह पिछले दोनों आयोजनों से कहीं ज्यादा भव्य और बड़ा होने वाला है। आयोजकों ने जिन लक्ष्यों को सामने रखा है, वे इसकी बढ़ती ताकत को स्पष्ट करते हैं। इस बार 5 लाख से अधिक विजिटर्स आने की उम्मीद है, जिसमें 2.5 लाख बी2बी विजिटर्स और 3 लाख बी2सी विजिटर्स शामिल होंगे।
प्रदर्शकों की संख्या बढ़कर 2500 से अधिक हो जाएगी। 500 से अधिक विदेशी खरीदार आने की संभावना है, जिनके लिए अलग से समर्पित मीटिंग हॉल बनाए गए हैं। रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया अब क्यूआर कोड आधारित मोबाइल ऐप से होगी, जिससे पारदर्शिता और सुविधा सुनिश्चित होगी। तीसरा संस्करण इस बात का प्रमाण है कि उत्तर प्रदेश अब अंतरराष्ट्रीय व्यापार मानचित्र पर अपनी अलग और मजबूत पहचान बनाने की ओर तेजी से बढ़ रहा है।