क्या जीएसटी रिफॉर्म से भारत की अर्थव्यवस्था में पंचरत्न जुड़े हैं? : प्रधानमंत्री मोदी

सारांश
Key Takeaways
- जीएसटी रिफॉर्म से टैक्स प्रणाली सरल होगी।
- भारत की अर्थव्यवस्था में पंचरत्न जुड़े हैं।
- सभी वर्गों को लाभ होगा।
- उपभोग और वृद्धि को नया बल मिलेगा।
- व्यापार में आसानी आएगी।
नई दिल्ली, 4 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता शिक्षकों के साथ संवाद करते हुए कहा कि शिक्षकों का कार्य सिर्फ कक्षाओं तक सीमित नहीं है। वे युवा पीढ़ी के चरित्र निर्माण और जिज्ञासा को प्रेरित करते हैं। पीएम मोदी ने कहा कि जीएसटी रिफॉर्म के माध्यम से भारत की अर्थव्यवस्था में पंचरत्न जुड़े हैं।
उन्होंने कहा कि इस पुरस्कार के लिए चयन, आपके परिश्रम और निरंतरता का प्रमाण है, जिससे यह सब संभव होता है। एक शिक्षक न केवल वर्तमान को प्रभावित करता है, बल्कि वह भविष्य की पीढ़ियों को भी संवारता है।
प्रधानमंत्री ने आगे कहा, "मैं मानता हूं कि यह भी देश सेवा की एक महत्वपूर्ण श्रेणी है। हमारा देश हमेशा से गुरु-शिष्य परंपरा का सम्मान करता आया है। गुरु को जीवन का मार्गदर्शक माना गया है। आज जब हम विकसित भारत के निर्माण का लक्ष्य रख रहे हैं, तब यह परंपरा हमारी ताकत है। शिक्षक एक मजबूत देश और सशक्त समाज की नींव हैं।"
उन्होंने कहा कि मैंने 15 अगस्त को लाल किले से कहा था कि भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए अगली पीढ़ी के सुधार आवश्यक हैं। मैंने देशवासियों से वादा किया था कि इस दिवाली और छठ पूजा से पहले खुशियों का डबल धमाका होगा। भारत सरकार ने हाल ही में राज्य के साथ मिलकर एक बड़ा निर्णय लिया है। अब जीएसटी और भी सरल हो गया है। जीएसटी के मुख्यतः दो दरें 5 प्रतिशत और 18 प्रतिशत रह गई हैं। 22 सितंबर, सोमवार, नवरात्र के पहले दिन से नई जीएसटी दरें लागू होंगी।
उन्होंने आगे कहा कि इस बार धनतेरस की रौनक और बढ़ेगी, क्योंकि कई वस्तुओं पर टैक्स अब काफी कम हो गया है। 8 साल पहले जब जीएसटी लागू हुआ, तो यह आज़ाद भारत के सबसे बड़े आर्थिक सुधारों में से एक था। पीएम मोदी ने कहा कि 21वीं सदी में आगे बढ़ते भारत में जीएसटी में अगली पीढ़ी के सुधार किए गए हैं। जीएसटी 2.0 देश के लिए समर्थन और विकास की डबल डोज है। नए जीएसटी सुधार से हर परिवार को बड़ा लाभ होगा। गरीब, नव मध्यम वर्ग, मध्यम वर्ग की महिलाएं, छात्र, किसान और युवा सभी को जीएसटी टैक्स कम होने से जबर्दस्त लाभ होगा।
पीएम मोदी ने कहा कि जीएसटी में सुधार से भारत की अर्थव्यवस्था में पंचरत्न जुड़े हैं। पहला, टैक्स प्रणाली कहीं अधिक सरल हुई है। दूसरा, भारतीय नागरिकों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार होगा। तीसरा, उपभोग और वृद्धि दोनों को नया बल मिलेगा। चौथा, व्यापार करने में आसानी से निवेश और रोजगार को बढ़ावा मिलेगा। पांचवां, विकसित भारत के लिए सहकारी संघवाद मजबूत होगा।
उन्होंने आगे कहा कि पहले की सरकारों में सामानों पर भारी टैक्स लिया जाता था। 2014 में मेरे आने से पहले रसोई के सामान, खेती से जुड़े सामान, दवाइयां तक, सभी पर अलग-अलग टैक्स लगते थे। अगर वही दौर होता, तो 100 रुपए की चीज पर 20-25 रुपए टैक्स देना पड़ता। लेकिन हमारी सरकार का उद्देश्य है कि आम लोगों के जीवन में बचत अधिक हो और उनका जीवन बेहतर बने।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मैं आज देशवासियों से फिर कहूंगा कि भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सुधारों का यह सिलसिला जारी रहेगा। आत्मनिर्भरता भारत के लिए कोई नारा नहीं, बल्कि ठोस प्रयास हैं।