क्या गुजरात के पूर्व सीएम विजय रूपाणी के निधन पर राजकीय शोक का ऐलान हुआ?

सारांश
Key Takeaways
- राजकीय शोक 16 जून को होगा।
- सभी सरकारी इमारतों पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा।
- अंतिम संस्कार राजकोट में पूरे सम्मान के साथ होगा।
गांधीनगर, 15 जून (राष्ट्र प्रेस)। पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के निधन के कारण 16 जून (सोमवार) को गुजरात में एक दिवसीय राजकीय शोक का ऐलान किया गया है। इस दिन सभी सरकारी इमारतों पर राष्ट्रीय ध्वज आधे झुके रहेंगे और शाम को राजकोट में उनके अंतिम संस्कार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ संपन्न किया जाएगा।
गुजरात सरकार के मुख्य सचिव ने रविवार को एक आदेश जारी किया है। आदेश में उल्लेख किया गया है, "राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री विजयभाई रूपाणी का 12 जून को निधन हो गया। उनके प्रति सम्मान प्रकट करने के लिए गुजरात सरकार ने निर्णय लिया है कि 16 जून (सोमवार) को एक दिन का राजकीय शोक रहेगा। इस दौरान राज्य के सभी सरकारी भवनों पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा। इस दिन कोई आधिकारिक मनोरंजन कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जाएगा। कृपया सभी संबंधित लोगों को इन निर्देशों का पालन करने के लिए कहा जाए।"
जानकारी के अनुसार, अहमदाबाद विमान दुर्घटना के बाद रविवार दोपहर तक पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी सहित कुल 42 लोगों के डीएनए का मिलान किया गया है।
राज्य के गृह मंत्री हर्ष संघवी ने दोपहर एक बजे तक के आंकड़े साझा किए। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, "शनिवार रात 9 बजे से लेकर रविवार दोपहर एक बजे तक हमारी टीमों ने डीएनए नमूनों के मिलान के लिए अथक परिश्रम किया है। 22 अतिरिक्त डीएनए नमूनों का मिलान किया गया है, जिससे अब तक कुल 42 डीएनए नमूनों का मिलान हो चुका है।"
विजय रूपाणी का डीएनए मैच होने की सूचना मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने उनके परिजनों को दी। गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री रुशिकेश पटेल ने मीडिया को बताया, "सीएम भूपेंद्र पटेल खुद पूर्व सीएम विजय रूपाणी के आवास पर गए और परिवार को जानकारी दी कि डीएनए मिलान हो गया है। मुख्यमंत्री ने परिवार को यह भी बताया कि राजकोट में अंतिम संस्कार आयोजित करने में सरकार उनका सहयोग करेगी। परिवार के सदस्य तय करेंगे कि वे उनका पार्थिव शरीर कब ले जाना चाहते हैं।"
गुजरात के पूर्व सीएम विजय रूपाणी 12 जून को उसी एयर इंडिया फ्लाइट में थे, जो दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। इस हादसे में चालक दल के सभी 12 सदस्यों समेत 241 लोगों की जान चली गई थी।