क्या गुजरात में सीएम भूपेंद्र पटेल की 2026 के प्रारंभ पर अभिनव भेंट, गिफ्ट सिटी में आईएआईआरओ की होगी स्थापना?
सारांश
Key Takeaways
- गुजरात में आईएआईआरओ की स्थापना से एआई रिसर्च को बढ़ावा मिलेगा।
- यह पहल देश में एआई इकोसिस्टम को सुदृढ़ बनाएगी।
- आईपीए का योगदान इस परियोजना को मजबूती देगा।
- गुजरात एआई सेक्टर में वैश्विक प्रतिस्पर्धा में अग्रणी बनेगा।
- मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में यह कदम महत्वपूर्ण है।
गांधीनगर, 30 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) क्षेत्र में रिसर्च और डेवलपमेंट को सुदृढ़ बनाने की दिशा में गुजरात ने मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के मार्गदर्शन में वर्ष 2026 के प्रारंभ में एक महत्वपूर्ण पहल की है।
इस उद्देश्य के लिए राज्य सरकार, भारत सरकार और इंडियन फार्मास्युटिकल अलायंस (आईपीए) के बीच त्रिपक्षीय सहयोग से इंडियन एआई रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (आईएआईआरओ) की स्थापना को सैद्धांतिक रूप से मंजूरी दी गई है।
प्रधानमंत्री मोदी की विजनरी लीडरशिप में, गुजरात ने इस पहल के तहत पीपीपी मॉडल पर आईएआईआरओ की स्थापना करने वाले देश के पहले राज्य का गौरव प्राप्त किया है।
गिफ्ट सिटी में 1 जनवरी 2026 से यह आईएआईआरओ स्पेशल परपज व्हीकल के रूप में कार्यरत होगा। इस संस्थान का गठन कंपनी अधिनियम 2013 की धारा 8 के तहत एक नॉन-प्रॉफिट संस्था के रूप में किया जाएगा।
प्रारंभिक पांच वर्षों के लिए इस परियोजना के लिए लगभग 300 करोड़ रुपए का बजट निर्धारित किया गया है, जिसमें राज्य, केंद्र सरकार और निजी भागीदारों का 33.33 प्रतिशत योगदान होगा।
आईपीए आईएआईआरओ के लिए एंकर निजी भागीदार के रूप में जुड़ा है और वर्ष 2025-26 के लिए 25 करोड़ रुपए का योगदान देने वाला है। इस आईपीए में सिप्ला, टोरेंट फार्मा, सन फार्मा जैसी लगभग 23 अग्रणी फार्मा कंपनियों का समावेश है।
गुजरात की यह पहल भारत सरकार के सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के इंडिया एआई मिशन और राज्य सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के एआई एक्शन प्लान के उद्देश्यों के अनुरूप है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उपयोग से स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि और अन्य सेवाओं में सुधार लाने के लिए मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के मार्गदर्शन में राज्य सरकार ने एआई टास्क फोर्स का गठन किया है। अब आईएआईआरओ को एआई के लिए एक मल्टी डिसिप्लिनरी हब बनाने की योजना बनाई गई है।
आईएआईआरओ की मुख्य गतिविधियों में एआई रिसर्च और डेवलपमेंट, एआई आधारित उत्पाद और सॉल्यूशन्स का विकास और शैक्षणिक संस्थाओं, उद्योगों, स्टार्टअप्स तथा सरकार के बीच सहयोग शामिल होगा।
इसके अलावा, इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी (आईपी) निर्माण, कैपेसिटी बिल्डिंग और पॉलिसी बेस्ड रिसर्च पर भी आईएआईआरओ का ध्यान केंद्रित होगा। आईएआईआरओ हाइब्रिड कम्प्यूट मॉडल में कार्य करेगा, जिसमें ऑन-प्रिमाइसेस जीपीयू इन्फ्रास्ट्रक्चर के साथ इंडिया एआई क्लाउड जैसे नेशनल प्लेटफॉर्म्स का समन्वय किया जाएगा।
सीएम भूपेंद्र पटेल के मार्गदर्शन में, गुजरात की यह पहल एआई के लिए कुशल और भावी मानव संसाधन तैयार करने के साथ-साथ एआई सेक्टर में भारत को ग्लोबल कम्पीटिटिव लीडर के रूप में स्थापित करेगी और इमर्जिंग टेक्नोलॉजी इनोवेशन के लिए गुजरात की स्थिति को मजबूत बनाएगी।