क्या गुजरात में ‘इंसेंटिव टू इंडस्ट्रीज’ योजना से 1.65 लाख से अधिक प्रत्यक्ष रोजगार का सृजन हुआ है?

सारांश
Key Takeaways
- गुजरात में 1.65 लाख से अधिक प्रत्यक्ष रोजगार का सृजन।
- 22 बड़ी इकाइयों के आवेदन मंजूर, कुल पूंजी निवेश 1,478.71 करोड़ रुपए।
- मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में औद्योगिक विकास।
- गुजरात को वैश्विक निवेश का आकर्षक केंद्र बनाना।
- एमएसएमई सेक्टर को प्रोत्साहन।
गांधीनगर, 13 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। गांधीनगर में उद्योग मंत्री बलवंत सिंह राजपूत की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसमें उद्योगों को फाइनल एलिजिबिलिटी प्रमाण पत्र देने संबंधी समिति की चर्चा हुई। इस बैठक में 1,478.71 करोड़ रुपए के पूंजी निवेश वाली 22 बड़ी इकाइयों के आवेदन को मंजूरी दी गई, जिससे राज्य में अनुमानित 4,136 नए रोजगार का सृजन हुआ है।
उद्योग मंत्री बलवंत सिंह राजपूत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में गुजरात व देश में उद्योग अनुकूल माहौल का निर्माण हुआ है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में राज्य ने ‘इंसेंटिव टू इंडस्ट्रीज’ योजना के तहत 1,483,36.35 करोड़ रुपए का निवेश और 1.65 लाख से अधिक प्रत्यक्ष रोजगार का सृजन किया है। इस योजना से एमएसएमई सेक्टर के लघु और मध्यम उद्योगों को गति मिली है।
उन्होंने बताया कि मंजूर आवेदनों में अहमदाबाद में मेटल, पेपर, फूड-एग्रो, सीमेंट-कंक्रीट क्षेत्रों में 383.91 करोड़ रुपए, कच्छ में मेटल में 227.77 करोड़ रुपए, भरूच में केमिकल और सिरामिक में 218.88 करोड़ रुपए, मेहसाणा में पेपर में 55.23 करोड़ रुपए, मोरबी में सिरामिक, मेटल, पेपर, टेक्सटाइल में 167.70 करोड़ रुपए, राजकोट में मेटल में 36.22 करोड़ रुपए, वलसाड में केमिकल, प्लास्टिक और पेपर में 359.47 करोड़ रुपए और सुरेंद्र नगर में पेपर में 29.53 करोड़ रुपए का निवेश मंजूर किया गया है। यह कदम राज्य में उद्योगों को सक्षम बनाने और रोजगार में वृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
गुजरात को सामाजिक एवं आर्थिक विकास का केंद्र बनाने के लिए राज्य सरकार द्वारा औद्योगिक नीति 2015 के अंतर्गत ‘इंसेंटिव टू इंडस्ट्रीज’ योजना लागू की गई है।
यह योजना गुजरात को मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र में आधुनिक तकनीक और नवाचार के साथ आगे बढ़ाने और नए प्रोजेक्ट्स में निवेश को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से बनाई गई है।
इस योजना के तहत आने वाले उद्योगों को नेट एसजीएसटी सहायता प्रदान की जा रही है, जिससे गुजरात न केवल भारत में, बल्कि विश्व स्तर पर भी निवेश का एक प्रमुख केंद्र बन गया है, जिसे बड़े उद्योगों का समर्थन मिल रहा है।