क्या तुषार चौधरी ने केजरीवाल को जवाब दिया? 'कौन है बारात का घोड़ा और कौन रेस का घोड़ा?'

सारांश
Key Takeaways
- तुषार चौधरी का पलटवार महत्वपूर्ण राजनैतिक संकेत है।
- गुजरात में भाजपा और कांग्रेस का वर्चस्व जारी है।
- रेस और बारात के घोड़े का उदाहरण राजनीतिक रणनीति को दर्शाता है।
सूरत, २४ जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कांग्रेस को बारात का घोड़ा कहा है। इस पर गुजरात विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. तुषार चौधरी ने तीखा जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में यह स्पष्ट हो जाएगा कि कौन बारात का घोड़ा है और कौन रेस का घोड़ा है।
बातचीत में उन्होंने बताया कि इससे पहले लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने मध्य प्रदेश के भोपाल में घोड़े से संबंधित बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि अब समय आ गया है कि रेस के घोड़े और बारात के घोड़े में अंतर किया जाए। इस पर केजरीवाल ने तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस में कुछ बारात के घोड़े हैं जबकि आम आदमी पार्टी में सभी रेस के घोड़े हैं।
डॉ. तुषार चौधरी ने केजरीवाल के बयान पर पलटवार करते हुए कहा, "उन्हें (केजरीवाल) आने वाले समय में समझ में आएगा कि कौन बारात का घोड़ा है और कौन रेस का घोड़ा है। उपचुनाव में विसावदर सीट पर जीत मिली, लेकिन कडी सीट पर केवल तीन हजार वोट मिले हैं। गुजरात में उनका कोई भविष्य नहीं है।" उन्होंने यह भी कहा कि गुजरात में टू-पार्टी पॉलिटिक्स का चलन है।
उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि सदन में विपक्ष को बोलने का मौका नहीं दिया जा रहा। उन्होंने कहा कि यदि हम विरोध नहीं करते, तो हमें भ्रष्टाचार के मुद्दे पर मंत्री के बेटे को जेल नहीं भेजना पड़ता।
राहुल गांधी के गुजरात दौरे पर उन्होंने कहा कि जिला और शहर कमेटी की नियुक्ति की गई है, और उनके ट्रेनिंग कैंप का आयोजन किया गया है। राहुल गांधी के नेतृत्व में यह देखने को मिलेगा कि कांग्रेस किस दिशा में आगे बढ़ने वाली है।