क्या ग्वालियर की शिविका बनीं मिसेज यूनिवर्स ब्यूटी प्रिंसेस?

सारांश
Key Takeaways
- शिविका सिंह बैस ने मिसेज यूनिवर्स ब्यूटी प्रिंसेस का खिताब जीता।
- उनकी राष्ट्रीय पोशाक ताजमहल और मोर पर आधारित थी।
- उन्होंने घरेलू हिंसा के मुद्दे को उठाया।
- शिविका ने पहले भी अन्य कई खिताब जीते हैं।
- उनकी सफलता मजबूत संकल्प और मेहनत का परिणाम है।
ग्वालियर, 13 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश के ग्वालियर की निवासी शिविका सिंह बैस ने मिसेज यूनिवर्स ब्यूटी प्रिंसेस का खिताब प्राप्त किया है। इससे पूर्व भी शिविका ने कई पुरस्कार जीते हैं।
सूत्रों के अनुसार, स्थानीय शासकीय महिला पॉलीटेक्निक महाविद्यालय की ब्यूटी कल्चर एण्ड कॉस्मेटोलॉजी ब्रांच की पूर्व छात्रा शिविका सिंह बैस ने ओकाडा मनीला, फिलिपिन्स में आयोजित मिसेज यूनिवर्स प्रतियोगिता-2025 में 120 प्रतियोगियों के बीच प्रतिस्पर्धा करते हुए मिसेज यूनिवर्स ब्यूटी प्रिंसेस का खिताब जीता है।
महिला पॉलीटेक्निक महाविद्यालय की पूर्व छात्रा शिविका सिंह को इस खिताब के साथ-साथ एक अन्य उप-खिताब, मिसेज पिलग्रिम्स ड्रीम्स यूनिवर्स 2025 से भी नवाजा गया है। उनकी इस उपलब्धि पर तकनीकी शिक्षा विभाग में खुशी का माहौल है। तकनीकी शिक्षा आयुक्त अवधेश शर्मा एवं अन्य अधिकारियों ने शिविका को बधाई दी है।
शिविका सिंह ने महिला पॉलीटेक्निक महाविद्यालय से वर्ष 2018 में ब्यूटी कल्चर एण्ड कास्मेटोलॉजी ब्रांच में डिप्लोमा प्राप्त किया था। शिविका ने महाविद्यालय के प्राचार्य डा. एए सिद्दीकी से बातचीत के दौरान बताया कि वह पिछले छह महीने से इस प्रतियोगिता की तैयारी कर रही थीं। यह सब दृढ़ संकल्प, मेहनत और समर्पण का परिणाम है।
इससे पहले भी शिविका ने मिसेज इंडिया 2021 और मिसेज नेशनल यूनिवर्स 2022 का खिताब जीता है। मिसेज यूनिवर्स ब्यूटी प्रिंसेस प्रतियोगिता में उनकी राष्ट्रीय पोशाक आकर्षण का केंद्र रही, जो कि विश्व के सातवें अजूबे ताजमहल और भारत के राष्ट्रीय पक्षी मोर पर आधारित थी।
इस प्रतियोगिता में केवल सुंदरता का ही मूल्यांकन नहीं किया जाता, बल्कि सामाजिक कार्य, व्यवहार और कम्युनिकेशन स्किल जैसे कई पहलुओं पर भी प्रतिभागियों का मूल्यांकन किया जाता है। शिविका ने इस मंच का उपयोग करके घरेलू हिंसा के मुद्दे को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पेश किया, जिसने उनके चयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।