क्या हमारा देश राम और कृष्ण का है, ओसामा बिन लादेन का नहीं?: हिमंत बिस्वा सरमा
                                सारांश
Key Takeaways
- हिमंत बिस्वा सरमा द्वारा देश की सांस्कृतिक पहचान पर जोर
 - चुनावों में ओसामा बिन लादेन का संदर्भ
 - महिलाओं के खातों में 10 हजार रुपये देने की योजना
 - नीतीश कुमार सरकार का सुशासन
 - बिहार का विकास और असम की योजनाओं की तुलना
 
सीवान, 4 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान छह नवंबर को होने वाला है। प्रचार के अंतिम दिन मंगलवार को सभी दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा भी आज चुनावी मैदान में उतरे और सीवान में एनडीए प्रत्याशी के लिए वोट मांगे।
उन्होंने सीवान में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए रघुनाथपुर से राजद प्रत्याशी और पूर्व सांसद शहाबुद्दीन के पुत्र ओसामा को लेकर जोरदार कटाक्ष करते हुए कहा कि हमारा देश भगवान राम, भगवान कृष्ण और मां जानकी का है, यह देश ओसामा बिन लादेन का हो ही नहीं सकता है।
उन्होंने कहा कि जब मुझे बताया गया कि मुझे यहां आना है, तो मेरे मन में आया कि वहां मुझे राम, सीता और लक्ष्मण सभी के दर्शन होंगे। लेकिन मुझे बताया गया कि राम, सीता और लक्ष्मण तो हैं लेकिन ओसामा भी है। उन्होंने कहा कि चुनाव जीतने के बाद, हमारे देश में जितने ओसामा बिन लादेन हैं, सबको एक-एक करके खत्म करना है।
उन्होंने लोगों को सचेत करते हुए कहा कि भले ही ये छोटे ओसामा हों, लेकिन इन्हें इसी चुनाव में खत्म कर देना है। उन्होंने असम की चर्चा करते हुए कहा कि हम लोगों ने बिहू के डांस में गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया, लेकिन हमारे रघुनाथपुर में शहाबुद्दीन और उनके परिवार ने हत्याओं में गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है; हमें इस कलंक को मिटाना होगा। यह मुश्किल नहीं है। जो दिखने में है, वैसा नहीं है।
उन्होंने कहा कि जब राम मंदिर आंदोलन की शुरुआत हुई थी तो लोगों को लगता था कि लालू यादव हैं, मुलायम सिंह यादव हैं, राम मंदिर कैसे बनेगा, लेकिन इस देश ने दिखा दिया कि अगर इस देश में लालू यादव, मुलायम सिंह यादव हैं, तो इस देश में प्रधानमंत्री मोदी, अमित शाह भी हैं। जब देश के लोग सोच लें, तो बाबर मिट जाते हैं, औरंगजेब समाप्त हो जाते हैं।
उन्होंने नीतीश कुमार सरकार को सुशासन बताते हुए कहा कि आज महिलाओं के सभी खाते में 10 हजार रुपये देने का काम किया। जब मुझे जानकारी मिली, तो मैंने भी यहां के अधिकारियों के साथ बात की और जानकारी ली। आज असम में भी यह योजना लागू कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि बिहार ने रास्ता दिखाया और हम उसी के रास्ते पर चल पड़े हैं। यही सुशासन की बुनियाद होती है। ऐसी योजना पीएम नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार ही कर सकते हैं। उन्होंने जंगलराज को लेकर भी राजद नेताओं पर निशाना साधा। लालू यादव ने शहाबुद्दीन के साथ मिलकर जंगलराज लाया और अब तेजस्वी ओसामा के साथ मिलकर उसी रास्ते पर जाने वाले हैं।