क्या हमें अपने सिपाहियों के साथ खड़ा होना चाहिए? : सुरिंदर कुमार चौधरी
सारांश
Key Takeaways
- कांग्रेस के बेतुके बयान पार्टी को नुकसान पहुंचाते हैं।
- सभी को एकजुट रहना चाहिए जब बात देश की सुरक्षा की हो।
- सैनिकों का मनोबल बढ़ाना हमारा कर्तव्य है।
- धर्म का अपमान नहीं होना चाहिए।
- गांवों में विकास की ओर ध्यान देना जरूरी है।
जम्मू, 17 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। जम्मू-कश्मीर के उपमुख्यमंत्री सुरिंदर कुमार चौधरी ने कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण के उस विवादास्पद बयान पर कड़ा जवाब दिया है, जिसमें उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। हालांकि, उन्होंने बाद में अपने बयान के लिए माफी मांगने से भी इनकार कर दिया। डिप्टी सीएम ने कहा कि इस तरह के बयानों से कांग्रेस को नुकसान होता है।
जम्मू में राष्ट्र प्रेस से बातचीत में उन्होंने कहा कि मैं कांग्रेस का प्रवक्ता नहीं हूं, लेकिन कांग्रेस नेताओं को इस तरह की बेतुकी टिप्पणियों से बचना चाहिए। उनके अनुसार, इस तरह के बयानों से ही कांग्रेस को हानि होती है।
उन्होंने बताया कि कांग्रेस देश की सबसे पुरानी पार्टियों में से एक है जिसने अपनी कुर्बानियों से देश को आज़ादी दिलाई है। पंडित नेहरू से लेकर सरदार वल्लभभाई पटेल तक कई महान नेताओं ने देश की खातिर बलिदान दिया है। उन्होंने जोर दिया कि जब भी देश की सुरक्षा की बात आए, तो सभी को एकजुट रहना चाहिए। ऑपरेशन सिंदूर के समय देश एकजुट था। हमारे सैनिकों का फर्ज है कि वे हमारी बहू-बेटियों के सिंदूर की रक्षा करें, और वे इसे बखूबी निभा रहे हैं।
सुरिंदर कुमार चौधरी ने कहा कि हमारा कर्तव्य है कि हम अपने सिपाहियों के साथ खड़े हों। भले ही हम सीमा पर युद्ध नहीं लड़ सकते, लेकिन हम दूर से उन्हें मनोबल दे सकते हैं, जिससे उन्हें महसूस हो कि पूरा देश उनके साथ है। इससे सैनिकों को और अधिक शक्ति मिलती है ताकि वे देश की सुरक्षा में अधिक प्रभावी ढंग से कार्य कर सकें।
कांग्रेस के वोट चोरी के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस का मुद्दा है। उनका मुद्दा तो यह है कि वे देख सकते हैं कि मैं गांव का दौरा कर रहा हूं। यहां नई सड़कें बनाई जा रही हैं। गांव के लोगों से मिलकर अच्छा लगता है।
डिप्टी सीएम ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जुड़े एक वायरल वीडियो पर टिप्पणी करते हुए कहा कि मैंने पहले भी कहा है कि सीएम ने किस भावना से यह किया, यह महत्वपूर्ण है। मीडिया जिस तरह से इसे प्रस्तुत कर रहा है, यदि नीयत ऐसी है तो यह गलत है। मुझे नहीं पता कि नीतीश कुमार के मन में क्या था, लेकिन किसी धर्म का अपमान नहीं होना चाहिए। मैं मां वैष्णो देवी की पूजा करता हूं। अगर मैं टीका लगाऊं तो क्या कोई मुझे रोक सकता है? हमें सभी धर्मों की संस्कृति का सम्मान करना चाहिए।