क्या पड़ोसी देशों से स्वास्थ्य सहयोग मजबूत करेगा जेपी नड्डा का प्रयास?

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क्या पड़ोसी देशों से स्वास्थ्य सहयोग मजबूत करेगा जेपी नड्डा का प्रयास?

सारांश

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने पड़ोसी देशों के साथ स्वास्थ्य सहयोग को मजबूत करने की दिशा में ठोस कदम उठाए हैं। अफगानिस्तान और नेपाल के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ की गई चर्चाओं में मानवीय सहायता और स्वास्थ्य सेवाओं पर जोर दिया गया है। क्या यह सहयोग क्षेत्र में स्वास्थ्य प्रणाली को और बेहतर बनाएगा?

Key Takeaways

  • भारत की 'पड़ोसी पहले' नीति
  • मानवीय सहायता पर जोर
  • स्वास्थ्य सेवा सहयोग की नई दिशा
  • अफगानिस्तान और नेपाल के बीच स्वास्थ्य साझेदारी
  • 128-स्लाइस सीटी स्कैनर की सहायता

नई दिल्ली, 17 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने पड़ोसी देशों के साथ स्वास्थ्य क्षेत्र में सहयोग को नई दिशा दी है। नड्डा ने अफगानिस्तान के स्वास्थ्य मंत्री मौलवी नूर जलाल जलाली और नेपाल की स्वास्थ्य एवं जनसंख्या मंत्री डॉ. सुधा शर्मा गौतम से अलग-अलग महत्वपूर्ण बैठकें कीं।

स्वास्थ्य मंत्रालय के आधिकारिक 'एक्स' हैंडल से जारी पोस्ट के अनुसार, इन बैठकों में भारत की ‘पड़ोसी पहले’ नीति के तहत मानवीय सहायता और स्वास्थ्य साझेदारी पर जोर दिया गया।

अफगानिस्तान के मंत्री के साथ हुई बैठक में भारत ने स्वास्थ्य सेवा सहयोग और मानवीय सहायता की प्रतिबद्धता को पुनः दोहराया। विशेष रूप से दवाओं की लंबी अवधि की आपूर्ति पर चर्चा हुई। अफगान लोगों की चिकित्सा जरूरतों को पूरा करने के लिए कैंसर की दवाओं और वैक्सीन का प्रतीकात्मक हस्तांतरण किया गया।

इसके अलावा, दवाओं, वैक्सीन और एक 128-स्लाइस सीटी स्कैनर की बड़ी खेप अफगानिस्तान भेजी जा रही है। यह सहायता अफगानिस्तान में स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

नेपाल की स्वास्थ्य मंत्री डॉ. सुधा शर्मा गौतम के साथ भी बैठक महत्वपूर्ण रही। इसमें भारत-नेपाल की गहरी स्वास्थ्य साझेदारी की पुष्टि हुई। चर्चा सार्वजनिक स्वास्थ्य, बुनियादी ढांचे, क्षमता निर्माण, आवश्यक दवाओं एवं टीकों की आपूर्ति, बीमारी निगरानी, डिजिटल स्वास्थ्य पहल और नियामक सहयोग पर केंद्रित थी। ये प्रयास दोनों देशों में जन-केंद्रित मजबूत स्वास्थ्य प्रणालियों की साझा प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं।

जेपी नड्डा ने एक्स पर लिखा, "अफगानिस्तान के स्वास्थ्य मंत्री मौलवी नूर जलाल जलाली के साथ एक मीटिंग हुई। भारत ने अफगानिस्तान के साथ लगातार मानवीय सहायता और हेल्थकेयर सहयोग के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई और इस सहयोग को और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की, जिसमें दवाओं की लंबी अवधि की सप्लाई पर खास ध्यान दिया गया। कैंसर की दवाएं और वैक्सीन प्रतीकात्मक रूप से सौंपी गईं, जो अफगान लोगों की मेडिकल जरूरतों को पूरा करने के लिए भारत की प्रतिबद्धता को दिखाता है। दवाओं, वैक्सीन और एक 128-स्लाइस सीटी स्कैनर की एक बड़ी खेप भी अफगानिस्तान भेजी जा रही है।"

एक अन्य पोस्ट में उन्होंने कहा, "आज नई दिल्ली में पारंपरिक चिकित्सा पर दूसरे ग्लोबल समिट के मौके पर नेपाल की स्वास्थ्य और जनसंख्या मंत्री डॉ. सुधा शर्मा के साथ मेरी गर्मजोशी भरी और सार्थक बातचीत हुई। हमारी बातचीत में भारत-नेपाल संबंधों की गहराई दिखी और स्वास्थ्य क्षेत्र में सहयोग को आगे बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया गया। हमने स्वास्थ्य सेवा सहयोग को मजबूत करने और आने वाले सालों में अपने लोगों को ठोस फायदे पहुंचाने के लिए मिलकर काम करने के अपने साझा संकल्प को दोहराया।"

Point of View

बल्कि यह दोनों देशों के स्वास्थ्य क्षेत्रों को भी सशक्त बनाएगा। इस प्रकार के प्रयास हमेशा राष्ट्र की स्वास्थ्य सुरक्षा और सहयोग को बढ़ाने में सहायक होते हैं।
NationPress
17/12/2025

Frequently Asked Questions

जेपी नड्डा ने किन देशों के स्वास्थ्य मंत्रियों से मुलाकात की?
जेपी नड्डा ने अफगानिस्तान और नेपाल के स्वास्थ्य मंत्रियों से मुलाकात की।
स्वास्थ्य सहयोग की चर्चा में क्या-क्या शामिल था?
स्वास्थ्य सेवा सहयोग, मानवीय सहायता, दवाओं की आपूर्ति, कैंसर की दवाएं और वैक्सीन के हस्तांतरण पर चर्चा की गई।
क्या भारत अफगानिस्तान को स्वास्थ्य सहायता प्रदान कर रहा है?
जी हां, भारत अफगानिस्तान को दवाओं, वैक्सीन और सीटी स्कैनर जैसी स्वास्थ्य सहायता प्रदान कर रहा है।
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