क्या हरिद्वार में सीएम धामी ने धार्मिक अनुष्ठान में हिस्सा लिया और स्थानीय व्यापारियों से मुलाकात की?

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क्या हरिद्वार में सीएम धामी ने धार्मिक अनुष्ठान में हिस्सा लिया और स्थानीय व्यापारियों से मुलाकात की?

सारांश

हरिद्वार में मुख्यमंत्री धामी का दौरा, जिसमें उन्होंने व्यापारियों से सीधा संवाद किया और धार्मिक अनुष्ठानों में भाग लिया। जानें उनकी प्राथमिकताएँ और स्थानीय व्यापारियों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता।

Key Takeaways

  • मुख्यमंत्री धामी का हरिद्वार दौरा धार्मिक और व्यापारिक दोनों दृष्टिकोन से महत्वपूर्ण है।
  • स्थानीय व्यापारियों की समस्याओं के समाधान के लिए संवाद आवश्यक है।
  • धार्मिक अनुष्ठानों में भाग लेकर उन्होंने संस्कृति को एक नया आयाम दिया।

हरिद्वार, 27 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को हरिद्वार के दौरे के दौरान जनता और व्यापारियों से सीधा संवाद किया। जब वह हर की पैड़ी बाजार पहुंचे, तो भाजपा कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों ने उनका जोरदार स्वागत किया।

मुख्यमंत्री धामी ने सबसे पहले हर की पैड़ी पर व्यापारियों और आम जनता से मुलाकात की, जहाँ उन्होंने स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने और नई जीएसटी दरों के प्रभाव पर चर्चा की।

इस दौरान उन्होंने स्थानीय व्यापारियों की समस्याओं को सुना और उनके सुझावों पर विचार-विमर्श किया।

मुख्यमंत्री धामी के दौरे को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने धार्मिक स्थलों और बाजार क्षेत्र में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए। अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया, और भीड़ प्रबंधन के लिए विशेष व्यवस्था की गई ताकि कार्यक्रम शांतिपूर्ण और सुव्यवस्थित ढंग से संपन्न हो सके। सुरक्षा व्यवस्था की सराहना करते हुए स्थानीय लोगों ने प्रशासन की सक्रियता को सराहा।

हर की पैड़ी के बाद, मुख्यमंत्री धामी मां माया देवी मंदिर पहुंचे, जहाँ उन्होंने धार्मिक अनुष्ठानों में भाग लिया। उन्होंने प्रदेश की शांति, समृद्धि और खुशहाली की कामना की। इस अवसर पर छड़ी यात्रा का शुभारंभ हुआ, जिसमें मुख्यमंत्री धामी ने मां भगवती का पूजन किया और यज्ञ में आहुति दी।

उन्होंने अपने कंधे पर छड़ी उठाकर मंदिर की परिक्रमा की, जिसे श्रद्धालुओं ने उत्साह के साथ देखा। इस दौरान निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज, अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी महाराज, महामंत्री हरी गिरी समेत कई संत-महात्मा और अखाड़ों के प्रतिनिधि बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री धामी ने इस अवसर पर कहा कि हरिद्वार की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करना उनकी सरकार की प्राथमिकता है।

उन्होंने स्वदेशी उत्पादों को अपनाने की अपील करते हुए कहा कि यह आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने का महत्वपूर्ण कदम है। साथ ही, उन्होंने व्यापारियों से जीएसटी और अन्य नीतियों के संबंध में सुझाव मांगे ताकि उनकी समस्याओं का समाधान किया जा सके।

Point of View

हमें यह समझना चाहिए कि मुख्यमंत्री धामी का यह दौरा न केवल धार्मिक बल्कि सामाजिक और आर्थिक पहलुओं को भी संबोधित करता है। स्थानीय व्यापारियों के साथ संवाद उनकी समस्याओं को सुनने और समाधान के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
NationPress
27/09/2025

Frequently Asked Questions

मुख्यमंत्री धामी ने हरिद्वार में क्या किया?
मुख्यमंत्री धामी ने हरिद्वार में व्यापारियों से संवाद किया और धार्मिक अनुष्ठानों में भाग लिया।
क्या धामी ने स्वदेशी उत्पादों के बारे में कुछ कहा?
हाँ, उन्होंने स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने की अपील की।