क्या कांग्रेस नेता हरीश रावत ने मनसा देवी मंदिर भगदड़ के घायलों से मुलाकात की?

सारांश
Key Takeaways
- हरीश रावत ने घायलों की स्वास्थ्य स्थिति का जायजा लिया।
- मनसा देवी मंदिर में भगदड़ में 6 श्रद्धालुओं की मौत हुई।
- एम्स में घायलों का आधारभूत इलाज किया जा रहा है।
- अधिकारी की अनुपस्थिति से स्वास्थ्य सेवाओं पर सवाल उठते हैं।
- घायलों की स्वास्थ्य स्थिति गंभीर है, जिनका ऑपरेशन किया जाएगा।
ऋषिकेश, 27 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने एम्स ऋषिकेश जाकर मनसा देवी मंदिर में हुई भगदड़ के घायलों से मुलाकात की। उन्होंने घायलों के परिजनों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया। इसके साथ ही, चिकित्सकों से भी घायलों की स्वास्थ्य स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त की।
हरीश रावत ने राष्ट्र प्रेस से बात करते हुए कहा कि एम्स में घायलों का आधारभूत इलाज कर उन्हें वापस भेजा जा रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि एम्स में कोई भी अधिकारी नहीं है जो यह देखे कि ठीक हो रहे लोगों को कहां और कैसे भेजना है। यह कार्य सामान्य प्रशासन को करना चाहिए, न कि एम्स प्रशासन को। हर घायल व्यक्ति का पूरी तरह से स्वस्थ होना हमारी ज़िम्मेदारी है। इससे उत्तराखंड और राज्य सरकार की छवि पर गहरा असर पड़ सकता है।
पूर्व सीएम ने इस संबंध में संबंधित अधिकारियों से फोन पर बातचीत भी की।
वहीं, एम्स की निदेशक मीनू सिंह ने बताया कि मनसा देवी भगदड़ में 15 घायलों को एम्स ऋषिकेश में भर्ती कराया गया था। इनमें से पांच सामान्य घायलों को उपचार के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया है। बाकी 10 में से पांच की स्थिति गंभीर है, जिसमें एक बच्चा भी शामिल है। गंभीर घायलों का सिटी स्कैन किया गया है और रिपोर्ट के अनुसार उनका ऑपरेशन किया जाएगा।
ज्ञात रहे कि हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर में हुई भगदड़ में 6 श्रद्धालुओं की मौत हो गई है, जबकि कई श्रद्धालुओं की हालत गंभीर है। रविवार का दिन होने के कारण मंदिर में अधिक भीड़ थी, जिससे अफरा-तफरी मची।