क्या हरियाणा में नवंबर से 10 साल पुरानी गाड़ियां चलाना संभव नहीं होगा? : कृष्णपाल गुर्जर

सारांश
Key Takeaways
- 10 साल पुराने डीजल और पेट्रोल वाहनों पर नवंबर से नो एंट्री लागू होगा।
- यह कदम स्वास्थ्य और पर्यावरण की सुरक्षा के लिए उठाया गया है।
- केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने इस निर्णय की पुष्टि की है।
- कांग्रेस में संगठन विस्तार की प्रक्रिया तेज हो गई है।
- राजनीति में हलचल के बीच, भाजपा कार्यकर्ताओं की एकता महत्वपूर्ण है।
फरीदाबाद, 1 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली के बाद अब हरियाणा में भी 10 साल पुराने डीजल और पेट्रोल वाहनों पर नो एंट्री लगने जा रही है। इस निर्णय को लेकर राज्य सरकार ने अपनी तैयारियों को तेज कर दिया है। केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार लोगों के स्वास्थ्य और पर्यावरण की सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित कर रही है, जिसके तहत पुरानी गाड़ियों पर प्रतिबंध लगाने का फैसला लिया गया है।
अब हरियाणा में नवंबर महीने से 10 साल पुराने डीजल और पेट्रोल वाहन पूरी तरह से प्रतिबंधित हो जाएंगे। इस संदर्भ में केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने न्यूज एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि केंद्र सरकार के इस निर्णय को हरियाणा में भी पूरी तरह लागू किया जाएगा।
गुरुग्राम सांसद राव इंद्रजीत सिंह की डिनर पार्टी ने राज्य में हलचल मचा दी है। कृष्णपाल गुर्जर ने विधायकों के लिए आयोजित इस डिनर पार्टी के बारे में कहा कि गुर्जर की गाय और भाजपा की राय कहीं भी जाए, दूध हमेशा खूंटे पर ही देगी। उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय जनता पार्टी का कार्यकर्ता कभी भी पार्टी को नहीं छोड़ सकता।
केंद्रीय राज्य मंत्री ने कांग्रेस के संगठन विस्तार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि भगवान उन्हें सद्बुद्धि दे, उनकी नीयत कभी भी काम करने की नहीं रही।
गौरतलब है कि हरियाणा कांग्रेस में आपसी खींचतान और गुटबाजी के कारण संगठन का विस्तार नहीं हो पा रहा था, लेकिन राहुल गांधी की 4 मई को चंडीगढ़ में हुई बैठक के बाद इस दिशा में प्रयास तेज हो गए हैं। संगठन विस्तार के लिए समय सीमा तय कर दी गई है और 15 जुलाई तक सभी जिलों में अध्यक्षों की नियुक्ति की जाएगी।