क्या हरियाणा का यह गांव बाढ़ में डूबा, फिर भी पंजाब के पीड़ितों के लिए लाखों की राहत भेज रहा है?

सारांश
Key Takeaways
- धनाना गांव ने बाढ़ पीड़ितों के लिए सहायता भेजी है।
- गांव के लोग संकट में भी मदद के लिए आगे आए हैं।
- राहत सामग्री में आवश्यक वस्तुएं शामिल हैं।
भिवानी, 7 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। हरियाणा और पंजाब में लगातार बारिश का आतंक जारी है। जलभराव के कारण लोगों को कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। इस बीच, भिवानी जिले के धनाना गांव ने मानवता की एक अद्वितीय मिसाल पेश की है। गांव के निवासियों ने पंजाब के बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए राहत सामग्री से भरे ट्रक भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
इस समय भिवानी जिले का सबसे बड़ा गांव धनाना खुद जलभराव की गंभीर समस्या का सामना कर रहा है। गांव के चारों ओर जल भर गया है और किसानों की फसलें पूरी तरह बर्बाद हो चुकी हैं। इसके बावजूद, जाटू खाप-84 ने बाढ़ग्रस्त पंजाब के लोगों की मदद के लिए हाथ बढ़ाया है।
खाप ने निर्णय लिया है कि जब तक पंजाब में स्थिति सामान्य नहीं होती, वे प्रतिदिन अपने किसी न किसी गांव से राहत सामग्री का ट्रक भेजते रहेंगे।
धनाना गांव के युवाओं ने पंजाब की सहायता के लिए घर-घर जाकर और सामूहिक रूप से धन और राशन इकट्ठा किया। इसके बाद, जमा की गई राशि से पानी की बोतलें, मच्छरदानी, आटा, आलू, प्याज, नमक और अन्य आवश्यक सामान खरीदा गया। इन सभी वस्तुओं को व्यवस्थित रूप से पैक कर एक ट्रक में लोड किया गया।
जाटू खाप-84 के प्रधान भीम सिंह ने रविवार को हरी झंडी दिखाकर ट्रक को पंजाब के लिए रवाना किया। उन्होंने बताया कि यह दूसरा ट्रक है जो धनाना गांव से भेजा जा रहा है। इससे पहले तालु गांव से भी एक ट्रक भेजा जा चुका है। हम आवश्यकता के अनुसार राहत सामग्री भेजते रहेंगे।
ग्रामीण अजीत बोडी ने बताया कि यह राहत सामग्री सतलुज नदी के किनारे बसे फिरोजपुर जिले के ऐतिहासिक गांव हुसैनीवाला भेजी जा रही है, जो बाढ़ से गंभीर रूप से प्रभावित है।
अजीत घनघस ने बताया कि खाप के बुजुर्गों के आदेश पर युवा इस राहत अभियान में जुटे हैं। इस ट्रक में लगभग 6 लाख रुपये का सामान है, जिसे पंजाब के बाढ़ प्रभावित लोगों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर भेजा जा रहा है।
उन्होंने आश्वासन दिया, "पंजाब के लोगों की तरफ से जब भी और जितनी भी मांग होगी, खाप के निर्देश पर उतनी ही राहत सामग्री आगे भी भेजी जाती रहेगी।"
यह कार्य वास्तव में सच्ची मानवता का प्रतीक है। जब कोई स्वयं संकट में होते हुए भी दूसरों की मदद के लिए आगे आता है, तब यह इंसानियत की सबसे बड़ी मिसाल प्रस्तुत करता है, जैसा कि जाटू खाप-84 ने आज किया है।