क्या हरियाणा में भारी बारिश से स्थिति गंभीर हो गई है? सीएम नायब सिंह सैनी ने डीसी संग आपात बैठक की

सारांश
Key Takeaways
- मुख्यमंत्री ने सभी उपायुक्तों के साथ आपात बैठक की।
- सुरक्षा को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए गए।
- बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों का संचालन किया जाएगा।
- विद्यालयों को बंद करने के आदेश जारी किए गए हैं।
- चिकित्सीय अवसंरचना को मजबूत किया जाएगा।
चंडीगढ़, १ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। हरियाणा में लगातार हो रही मूसलधार बारिश और उससे उत्पन्न बाढ़ जैसे हालात को लेकर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने सोमवार को सभी जिला उपायुक्तों (डीसी) के साथ एक आपातकालीन समीक्षा बैठक की।
इस बैठक में उन्होंने सभी प्रशासनिक अधिकारियों को सतर्क और सक्रिय रहने की सलाह दी।
मुख्यमंत्री ने बताया कि हर नागरिक की जान और पशुधन की सुरक्षा सर्वोपरि है। उन्होंने निर्देश दिया कि बाढ़ और जलभराव प्रभावित क्षेत्रों में कोई लापरवाही न हो और आवश्यक सहायता तुरंत पहुंचाई जाए।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि जिन जिलों में स्कूल बंद करने के आदेश जारी किए गए हैं, वहां विद्यालय पूर्ण रूप से बंद रहने चाहिए। प्रशासन को यह सुनिश्चित करना होगा कि छात्रों की सुरक्षा से कोई समझौता न हो।
सीएम सैनी ने अधिकारियों से यह भी कहा कि जिन लोगों को आपदा के दौरान हरियाणा की सीमा में राहत की आवश्यकता है, उनके लिए सुरक्षा प्रबंध सुनिश्चित किए जाएं।
मुख्यमंत्री ने खाद्यान्न और हरे चारे के पर्याप्त भंडारण की आवश्यकता सुनिश्चित करने को कहा।
सीएम ने निर्देश दिए कि शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में जलभराव न हो, इसके लिए जल निकासी और सफाई के इंतज़ाम मजबूत किए जाएं। सभी संबंधित विभागों को अलर्ट मोड पर रहने का आदेश दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एचडीआरएफ को पूरी तरह से अलर्ट पर रखा जाए। किसी भी प्रकार की सहायता की आवश्यकता पड़ने पर सभी विभागों को तत्परता से प्रतिक्रिया देनी होगी।
सीएम ने चिकित्सीय अवसंरचना को भी मजबूत बनाए रखने की आवश्यकता बताई। उन्होंने कहा कि पर्याप्त संख्या में पंपिंग सेट्स उपलब्ध रहनी चाहिए और सभी अस्पतालों को इमरजेंसी के लिए तैयार रहना चाहिए।