क्या हरियाणा में पुन्हाना में मुठभेड़ के बाद कुख्यात अपराधी गिरफ्तार हुआ?

सारांश
Key Takeaways
- पुलिस ने कुख्यात अपराधियों को गिरफ्तार किया।
- मुठभेड़ में पुलिस पर फायरिंग हुई।
- फरार अपराधी कई संगीन मामलों में शामिल थे।
- आबिद और जाहिद के खिलाफ कई मामले दर्ज हैं।
- इस घटना ने पुलिस की सक्रियता को उजागर किया।
नूंह, 15 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। हरियाणा के नूंह जिले में आपराधिक घटनाओं पर नियंत्रण पाने के लिए पुलिस द्वारा चलाए जा रहे विशेष अभियान के अंतर्गत, पुन्हाना सीआईए टीम को मंगलवार-बुधवार की रात एक महत्वपूर्ण सफलता मिली।
देर रात बिछौर-इंदाना रोड पर एक मुठभेड़ में, पुलिस ने कुख्यात अपराधी आबिद पुत्र खुर्शीद, निवासी बिछौर, और उसके साथी जाहिद हुसैन, निवासी खैचतांन थाना शहर पुन्हाना को गिरफ्तार कर लिया। मुठभेड़ के दौरान आबिद के पैर में गोली लगी, जिसके बाद उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
डीएसपी जितेंद्र कुमार ने बताया कि पुन्हाना सीआईए टीम, इंस्पेक्टर संदीप कुमार के नेतृत्व में, मंगलवार रात इंदाना रोड पर गश्त कर रही थी। इस दौरान पुलिस को सूचना मिली कि वांछित अपराधी आबिद, जो कई गंभीर मामलों में फरार है, अपने साथी जाहिद के साथ मोटरसाइकिल पर गौ-तस्करी के इरादे से गुजर रहा है।
सूचना के आधार पर, पुलिस ने इलाके में नाकेबंदी कर दी। लगभग दस मिनट बाद, एक बिना नंबर प्लेट की मोटरसाइकिल वहां पहुंची। पुलिस को देखकर बाइक सवार भागने की कोशिश करने लगे। पुलिस ने उनका पीछा किया, और बाइक फिसल गई।
पुलिस के अनुसार, खुद को घिरा देख आबिद ने अपने पास मौजूद अवैध हथियार से पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। एक गोली एएसआई सूरज की बुलेटप्रूफ जैकेट पर लगी, जिससे वह बाल-बाल बच गए। जवाबी कार्रवाई में इंस्पेक्टर संदीप कुमार ने फायर किया, जिसमें गोली आबिद के दाहिने पैर में लगी और वह वहीं गिर पड़ा।
इस बीच, उसके साथी जाहिद हुसैन ने भागने की कोशिश की, लेकिन पुलिस टीम ने उसे भी पकड़ लिया। मौके से पुलिस ने एक अवैध देसी पिस्तौल और कारतूस बरामद किए।
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, आबिद नूंह-मेवात क्षेत्र का एक कुख्यात अपराधी है। उसके खिलाफ 12 से अधिक गंभीर मामले दर्ज हैं, जिनमें हत्या, हत्या का प्रयास, पुलिस पर हमला, गौ-तस्करी, आर्म्स एक्ट, लूट, गैंगस्टर एक्ट और उगाही जैसे अपराध शामिल हैं।
वर्ष 2020 में उस पर गौ-तस्करी और आर्म्स एक्ट के मामले दर्ज हुए, 2022 में पॉक्सो और अपहरण, जबकि 2023 में हत्या और आर्म्स एक्ट के कई मामले दर्ज किए गए थे। पुलिस का कहना है कि आबिद लंबे समय से फरार था और इलाके में सक्रिय आपराधिक गिरोह का सदस्य है।