क्या हरियाणा सरकार ने किसानों को दीपावली का तोहफा दिया है? गन्ने के दाम 15 रुपए प्रति क्विंटल बढ़ाए

सारांश
Key Takeaways
- गन्ने के दाम में 15 रुपए प्रति क्विंटल की वृद्धि हुई है।
- मुख्यमंत्री ने किसानों के कल्याण के लिए कई योजनाएँ बनाई हैं।
- सरकार पारदर्शिता और सच्चे इरादे से कार्य कर रही है।
- नकली कृषि आदानों पर कड़ा कानून पारित किया गया है।
- हरियाणा में एमएसपी पर फसलों की खरीद की जाती है।
चंडीगढ़, 19 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने रविवार को दीपोत्सव से पहले किसानों को एक विशेष तोहफा देते हुए गन्ने के दाम में 15 रुपए प्रति क्विंटल की वृद्धि करने की घोषणा की।
एक आधिकारिक बयान में उल्लेख किया गया है कि अगेती गन्ने की किस्मों का दाम 400 रुपए से बढ़ाकर 415 रुपए प्रति क्विंटल कर दिया गया है। वहीं, पछेती किस्मों का दाम 393 रुपए से बढ़ाकर 408 रुपए प्रति क्विंटल किया गया है।
मुख्यमंत्री सैनी ने कहा कि उनकी सरकार किसानों, वंचितों, युवाओं और महिलाओं के कल्याण और समग्र विकास के प्रति प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि सरकार की नीतियां पारदर्शी और सच्चे इरादे से भरी हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राज्य में विकास कार्य तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। सरकार 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास' के सिद्धांत पर कार्य कर रही है।
उन्होंने यह भी कहा कि सरकार ने किसानों को अपनी नीतियों का केंद्र बनाकर रखा है। हरियाणा में सभी फसलों की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर की जाती है। पिछले 11 फसल सत्रों में 12 लाख किसानों के बैंक खातों में 1,54,000 करोड़ रुपए की राशि सीधे हस्तांतरित की गई है।
मुख्यमंत्री ने हरियाणा कृषि भूमि पट्टा विधेयक, 2024 के अधिनियमन पर भी प्रकाश डाला, जिसने काश्तकारों और भूस्वामियों के बीच विश्वास बहाल करने में मदद की है। नकली कृषि आदानों की बिक्री पर अंकुश लगाने के लिए एक कड़ा कानून पारित किया गया है, जिसमें नकली उर्वरकों, बीजों या कीटनाशकों के निर्माण या बिक्री के दोषी पाए जाने वालों के लिए पांच साल की जेल की सजा का प्रावधान है।