क्या हाजी मस्तान की बेटी ने योगी आदित्यनाथ की बुलडोजर नीति की सराहना की?
सारांश
Key Takeaways
- हसीन मस्तान मिर्जा ने योगी आदित्यनाथ की बुलडोजर नीति की सराहना की।
- उन्होंने पीएम मोदी से न्याय की मांग की।
- राजनीति में आने की इच्छाएं नहीं हैं।
- मानसिक स्वास्थ्य के कारण 'बिग बॉस' का प्रस्ताव ठुकराया।
- तीन तलाक पर प्रतिबंध को सराहा।
मुंबई, 23 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। मुंबई के अंडरवर्ल्ड डॉन हाजी मस्तान की बेटी हसीन मस्तान मिर्जा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सहायता की अपील की है। इसके साथ ही, उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की बुलडोजर नीति की सराहना की। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वह राजनीति या बिग बॉस में शामिल होने के बारे में अटकलों को नकारती हैं।
हसीन मस्तान मिर्जा ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए कहा कि वह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बुलडोजर एक्शन का समर्थन करती हैं।
उन्होंने कहा, "मैंने इस विषय पर एक्स पर एक पोस्ट भी किया था। मैं चाहती हूं कि वो मुंबई आएं और उन बंगलों पर बुलडोजर चलाएं, जहां अपराधी मौजूद हैं। मेरे पूर्व पति ने मेरा बलात्कार किया। योगी सरकार में ऐसे लोगों का एनकाउंटर होता है। उनके शासन में पीड़ितों को न्याय मिलता है।"
राजनीति में आने की अटकलों को खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी ऐसी कोई महत्वाकांक्षा नहीं है। हसीन मस्तान ने कहा, "मैं राजनीति में कई लोगों को जानती हूं, लेकिन मैं इसमें शामिल नहीं होना चाहती। मुझे राजनीति समझ नहीं आती। मैं बस चाहती हूं कि जो भी सत्ता में हैं, जैसे अभी भाजपा है, वो ईमानदारी से काम करें।"
हसीन मस्तान ने यह भी बताया कि उन्हें रियलिटी शो 'बिग बॉस' में भाग लेने के लिए निमंत्रण मिला था, लेकिन उन्होंने मानसिक स्वास्थ्य की चिंता के कारण इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया।
उनकी यह अपील पिछले सप्ताह इंस्टाग्राम पर शेयर किए गए एक वीडियो के बाद आई है, जिसमें उन्होंने न्याय के लिए अपनी लंबी लड़ाई के बारे में बात की और एक बार फिर पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मामले में हस्तक्षेप करने की अपील की।
उन्होंने तीन तलाक पर प्रतिबंध लगाने के प्रधानमंत्री के फैसले की सराहना की। साथ ही, अपने जैसे मामलों में शीघ्र न्याय सुनिश्चित करने के लिए सख्त कानूनों की मांग की। यह आरोप लगाते हुए कि इस्लाम में धार्मिक कानून का दुरुपयोग हो रहा है, उन्होंने कहा कि जिस तरह से तीन तलाक बिल पारित हुआ, वह महिलाओं के समर्थन और आशीर्वाद को प्रदर्शित करता है, जिन्हें इस अन्यायपूर्ण प्रथा के समाप्त होने के बाद राहत मिली है।